आपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को कितना नुकसान पहुंचा सेना ने दी जानकारी

डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई
भारतीय सेना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के खिलाफ सेना की कार्रवाई को सीमित नपी- तुली और सटीक बताया नेशनल मीडिया सेंटर में भारतीय सेवा के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादी गतिविधि को अंजाम देने वालों इसकी योजना बनाने वालों को सजा देना और उनके आतंकवादी बुनियादी ढांचे को नष्ट करना था
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि सेना ने खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 9 ठिकानों को चिन्हित किया इनमें से कुछ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में थे इनमें मुरीदके जैसी जगह शामिल थी जो लश्करै तैयबा का गढ़ था।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने आगे कहा कि हमने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 ठिकानों पर अचानक हमला किया इन हमलों में 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए इनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदस्सिर अहमद जैसे हाई वैल्यू वाले आतंकवादी भी शामिल थे । यह तीनों आतंकवादी IC 814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल थे।
एयर मार्शल एके भारती
एयर मार्शल एके भारती ने बताया कि सीमा पर स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने के बाद सात मई की शाम को भारत की पश्चिमी सीमा से सटे कई इलाकों में बड़ी संख्या में पाकिस्तान के मानव रहित यंत्र और छोटे ड्रोन देखे गए। उन्होंने कहा कि ये ड्रोन रिहायशी इलाकों और सैन्य ठिकानों के ऊपर देखे गए । सेना ने उन्हें सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर लिया। एयर मार्शल एके भारती ने कहा यहां दोनों में अंतर यह है कि हमने उनके आतंकवादियों को निशाना बनाया जबकि उन्होंने हमारे आम लोगों और सैन्य ढांचे को निशाना बनाया।
वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद
नौसेना के वाइस एडमिरल ए एन प्रमोद ने कहा की सेना के इस साझा अभियान के लिए पूरी तैयारी के साथ नेवी पनडुब्बियों और युद्धपोतो को अरब सागर में उत्तर की तरफ तैनात किया था । हमले के 96 घंटे के भीतर हम समुद्र में पोजीशन पर मौजूद थे उन्होंने कहा हमारी सेवा किसी भी स्थिति के लिए तैयार थी । हमारी तैनाती के कारण पाकिस्तान की नौसेना और एयर यूनिट को बचाव की मुद्रा में रहने को बाध्य होना पड़ा । हम पाकिस्तानी यूनिटस के मूवमेंट को ट्रैक कर रहे थे।