मुख्यमंत्री भगवंत मान के संरक्षण में चल रहे मेथनॉल से बने जहरीली नकली शराब माफिया को रोकने में बुरी तरह रहीं असफल :भाजपा

24 May, 2025, 5:54 pm

   Punjab News: Amritsar hooch Tragedy:Bjp :Aap                 

चंडीगढ़ मई 24 पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार का दलित विरोधी चेहरा उस वक्त नंगा हो गया जब इन्होंने अमृतसर के पास मजीठा में नकली शराब पीने के कारण मरे 27 लोगों में से 16 दलित हैं यह बात जानबूझकर छुपा दी, यह कहना है पंजाब भाजपा के एससी मोर्चा के अध्यक्ष सुचाराम लद्धड़ व उपाध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ का जो कि आज चंडीगढ़ में प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए पंजाब के विभिन्न हिस्सों, खासकर अमृतसर जिले के मजीठा क्षेत्र में राजनीतिक संरक्षण में चल रहे मेथनॉल से बने जहरीली नकली शराब माफिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हर साल सैकड़ों गरीब लोग इसके कारण मर रहे हैं,

 मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार इसे रोकने में विफल 

 उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं ने अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों में भय और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। अमृतसर जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में मेथनॉल से बनी जहरीली शराब के कारण हाल ही में 27 से अधिक लोगों की मौतों का कड़ा संज्ञान लेते हुए भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग से जहरीली शराब के पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान उनके साथ मौके पर जाने वाले मंत्री विधायक सांसद सरकारी अधिकारी यह स्पष्ट करें कि उन्होंने इस बात को क्यों छुपाया?

इस दुखद घटना में मरने वाले अधिकांश लोग अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित हैं


भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा के उपाध्यक्ष परमजीत सिंह कैंथ ने प्रेस को आगे बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी पंजाब सरकार की जहरीली शराब माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई न करने की आलोचना की और कहा कि सरकार शराब माफिया को बेनकाब करने में बुरी तरह विफल रही है। राजनीतिक दबाव के कारण सिविल और पुलिस प्रशासन अनुसूचित जाति समुदाय की मौतों की संख्या का खुलासा नहीं करना चाहता है क्योंकि मेथनॉल से बनी जहरीली शराब के कारण हाल ही में 27 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से 16 अनुसूचित जाति से संबंधित हैं। भगवंत मान सरकार का उदासीन रवैया सामने आता है, जिससे पता चलता है कि सरकार दलित विरोधी है। इस दुखद घटना में शामिल अधिकांश लोग अनुसूचित जाति वर्ग से संबंधित हैं, जिसके कारण सरकार जानबूझकर इन तथ्यों को छिपाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोगों के खिलाफ अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 के तहत अपराध करने वालों पर अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज नहीं किया गया। यह भगवंत मान सरकार के उदासीन रवैये को दर्शाता है, हम क्यों न माने कि यह पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार व उनके नीचे कार्य के रहे सरकारी अधिकारियों की दलित विरोधी मानसिकता दर्शाती है। जिससे पता चलता है कि सरकार दलित विरोधी है। मान सरकार इन तथ्यों को छिपाना चाहती है। भारतीय जनता पार्टी सरकार के ऐसे इरादों को सफल नहीं होने देगी। उन्होंने पिछले तीन वर्षों में जहरीली शराब पीने की घटनाओं की जांच की मांग करते हुए कहा कि भगवंत मान सरकार तथ्यों को छिपाने का प्रयास कर रही है।

मुख्य बिंदु
-जहरीली शराब पीने की घटनाएं*: कैंथ ने पंजाब में जहरीली शराब पीने की घटनाओं पर प्रकाश डाला, जिसमें हाल ही में अमृतसर की घटना, जिसमें 27 लोग मारे गए, और पिछले साल संगरूर की घटना, जिसमें 20 लोग मारे गए थे। इनमें से अधिकतर अनुसूचित जाति से संबंधित हैं। पंजाब में जहरीली शराब पीने की घटनाएं गरीब परिवारों पर कहर बरपा रही हैं, आम आदमी पार्टी दी मान सरकार गंभीर मामलों को जांच का विषय बताकर पल्ला झाड़ने की नीति अपना रही है। संगरूर जहरीली शराब मामले की जांच रिपोर्ट सार्वजनिक की जानी चाहिए, क्योंकि यह दुखद घटना मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह जिले और आबकारी एवं कराधान तथा वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा के हलके दिड़बा से संबंधित है।

-शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई का अभाव*: कैंथ ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी सरकार शराब माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने में विफल रही है, भाजपा नेता सरदार कैंथ ने दावा किया कि राजनीतिक संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है।

 जांच की मांग: भाजपा नेताओं ने मांग की कि पंजाब के राज्यपाल पिछले तीन वर्षों में जहरीली शराब पीने की घटनाओं की जांच के आदेश दें और शराब माफिया को बेनकाब करें।


 पंजाब में नकली शराब से होने वाली घटनाएं


- 2020 की घटना*: भाजपा नेताओं ने कहा कि 2020 में तरनतारन, अमृतसर और गुरदासपुर जिलों में इसी तरह की घटनाओं में नकली शराब पीने से 121 लोगों की मौत हो गई थी।
- संगरूर की घटना*: वरिष्ठ भाजपा नेता सुच्चा राम लद्धड़ और परमजीत सिंह कैंथ ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने पिछले साल संगरूर की घटना की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया था, लेकिन असली दोषियों को अभी तक पकड़ा नहीं गया है।

 

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