पूर्वोत्तर राज्यों में अवैध कोयला खनन की हो सीबीआई जांच

29 May, 2025, 11:07 am

 Demands CBI probe into illegal coal mining in NE region :Gaurav Gogoi : Indian National Congress

नई दिल्ली, 29 मई:  कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकारों के संरक्षण में उत्तर-पूर्व क्षेत्र कोयला खनन और नशे के अवैध कारोबारों का गढ़ बन चुका है।  असम कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष और लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई( Gaurav Gogoi ) ने कहा कि केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों ने इन दोनों समस्याओं की ओर आंखें मूंद रखी हैं। 

पूर्वोत्तर राज्यों में अवैध कोयला खनन का धंधा चल रहा है ।

गोगोई ने बताया कि अप्रैल माह में ईडी ने मेघालय और असम में कई स्थानों पर छापेमारी की थी। ईडी की जांच में पता चला कि मेघालय और असम के लोगों का एक सिंडिकेट यह सुनिश्चित करता था कि अवैध कोयले से भरे ट्रक मेघालय की सीमाओं को पार कर बिना किसी रोक-टोक और जांच के असम में प्रवेश कर जाएं। वहां ऐसे दस्तावेज तैयार किए जाते थे, जिनसे कोयला वैध रूप से खनन किया हुआ प्रतीत हो। जांच में यह भी सामने आया कि यह सिंडिकेट खदान मालिकों से कमीशन, संरक्षण के नाम पर प्रति ट्रक 1.27 लाख से 1.5 लाख रुपये तक वसूलता था। ईडी ने तलाशी के दौरान 1.58 करोड़ रुपये की नकदी, कई डिजिटल उपकरण और दो वाहन जब्त किए थे। 

उन्होंने इस मामले में कोई गिरफ्तारी और ठोस जांच नहीं होने पर आश्चर्य व्यक्त करते हुए सवाल उठाया कि क्या ईडी की छापेमारी केवल जबरन वसूली का एक साधन थी। 

केंद्र सरकार ने अब तक कोई कदम क्यों नहीं उठाया? 

असम कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि एसआईटी की जांच में भी यह पता चला है कि असम में करीब 245 अवैध रैट-होल खदाने संचालित हो रही हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर किसकी छत्रछाया में ये सब चल रहा था? क्या ईडी की छापेमारी सिर्फ डेढ़ करोड़ की नकदी जब्त करने तक ही सीमित थी? ईडी की कार्रवाई के बाद राज्य सरकार ने इस मामले में कोई जांच क्यों नहीं की और केंद्र सरकार ने अब तक कोई कदम क्यों नहीं उठाया? 

गोगोई ने कहा कि ईडी की छापेमारी और जब्ती ने उनके इस आरोप को सही साबित कर दिया है कि असम सहित पूरे उत्तर-पूर्व में बड़े पैमाने पर अवैध खनन हो रहा है। साथ ही इन छापों ने असम के मुख्यमंत्री के उस दावे को झूठा साबित कर दिया है कि राज्य में कोई अवैध कोयला खनन नहीं हो रहा है। उन्होंने अवैध कोयला खनन की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा राजनीतिक संरक्षण दिए बिना यह संभव नहीं हो सकता। 

म्यांमार से बड़ी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी की जा रही है,

असम कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर-पूर्वी राज्यों में नशे की बढ़ती लत की समस्या पर भी तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि म्यांमार से बड़ी मात्रा में ड्रग्स की तस्करी की जा रही है, जिससे क्षेत्र के युवा तेजी से नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिजोरम के आबकारी और नारकोटिक्स मंत्री स्वयं स्वीकार कर चुके हैं कि राज्य में नशीले पदार्थों की तस्करी में वृद्धि हुई है। वहीं मेघालय के एक राज्य मंत्री ने कहा है कि राज्य में नशे के आदी लोगों की संख्या लगभग तीन लाख है, जो कि कुल जनसंख्या का दस प्रतिशत है। यह स्थिति नशीली दवाओं के दुरुपयोग में खतरनाक वृद्धि को दर्शाती है। इस समस्या का सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि नशीली दवाओं का सेवन करने वालों में अधिकांश की आयु 15-29 वर्ष के बीच है।

पूर्वोतर के लोगों के साथ देश में भेदभाव

गोगोई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए कहा कि जब पूर्वोत्तर के लोग देश के विभिन्न हिस्सों में जाते हैं, तो अक्सर उन्हें उनके चेहरे की बनावट के लिए चिढ़ाया जाता है। इस प्रकार की भाषा न केवल भेदभाव को बढ़ावा देती है, बल्कि पूर्वोत्तर के लोगों के प्रति उत्पीड़न और उपेक्षा के व्यवहार को भी प्रोत्साहित करती है।