ट्रैफिक व लोगों के आवागमन वाली जगह पर टॉवर नहीं लगने चाहिए, फिर भी भाजपा की एमसीडी ने नियमों का उल्लंघन किया- सोमनाथ भारती

नई दिल्ली, 15 जून 2025 आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक सोमनाथ भारती ने कहा कहना है कि बीजेपी के राज में आम लोगों के जान की कोई कीमत नहीं है। मालवीय नगर विधानसभा के बी-2 सफदरजंग एन्क्लेव के निवासियों के भारी विरोध के बावजूद एमसीडी ने मोबाइल टॉवर लगवा दिया, जो तीन हफ्ते बाद ही रविवार सुबह आए आंधी-तुफान में गिर गया। शुक्र है कि टॉवर आवासीय एरिया की तरफ नहीं गिरा और दिन में नहीं गिरा वरना जान-माल को भारी नुकसान हो सकता था। उन्होंने कहा कि सफदरजंग एन्क्लेव के निवासियों को पहले गुमराह किया गया कि यहां हाईमास्ट लाइट लगेगी, लेकिन बाद में मोबाइल टॉवर लगा दिया गया। बीजेपी सरकार से अपील है कि अब यह टॉवर कहीं और लगाया जाए और टॉवर लगाने के पहले आरडब्ल्यूए और निवासियों से एनओसी लेना जरूर किया जाए।
रविवार को पार्टी मुख्यालय में बी-2, सफदरजंग एन्क्लेव के स्थानीय लोगों और आर डबल्यू ए के अधिकारियों के साथ प्रेसवार्ता कर सोमनाथ भारती ने कहा कि मेरे विधानसभा क्षेत्र के बी-2 सफदरजंग एनक्लेव में रविवार सुबह 4 बजे आए आंधी-तूफान में 100 फुट ऊंचा मोबाइल टावर अचानक गिर गया। अगर इस टावर की दिशा आवासीय एरिया की ओर होती या यह घटना दिन में हुई होती, तो बहुत बड़ी क्षति हो सकती थी। इस हादसे में कई लोगों की जान जा सकती थी। बी-2 सफदरजंग एन्क्लेव के निवासी और आरडब्ल्यूए इस घटना से बहुत आहत हैं। इस मोबाइल टावर को लगने से रोकने के लिए लंबा संघर्ष चला है। आरडब्ल्यूए के माध्यम से रेजिडेंट्स ने मुझसे भी शिकायत कर अपनी व्यथा व्यक्त करने का प्रयास किया। 16 मई को आरडब्ल्यूए ने एमसीडी केेे अधिकारियों और पुलिस के स्थानीय एसएचओ से संपर्क किया, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। रेजिडेंट्स ने बहुत प्रयास किया कि इस घनी आबादी वाले इलाके में टावर न लगे।
सोमनाथ भारती ने कहा कि यह इलाका बहुत घना है। यहां से अर्जुन नगर, हुमायूंपुर, कृष्णा नगर और बी-2 सब-इनक्लेव के लोग आते-जाते हैं। वार्ड 150 के 90 फीसद लोग इस रास्ते का उपयोग करते हैं। निवासियों ने स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की। क्योंकि टावर से निकलने वाली रेडिएशन हानिकारक हो सकती है और कई रोगों का खतरा बढ़ सकता है। सबसे बड़ी चिंता जान-माल की हानि थी, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी। यहां के निवासियों को पहले गुमराह किया गया कि हाई मास्ट लाइट लगाई जा रही है, लेकिन मोबाइल टावर लगा दिया गया। रेजिडेंट्स ने राजनीतिक लोगों से भी संपर्क किया। 20 मई 2025 को मैं भी कमिश्नर से मीटिंग की और कमिश्नर ने वादा किया कि टावर को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जाएगा, लेकिन फिर भी टावर वही लगाया गया।
सोमनाथ भारती ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि आखिर किसका दबाव था कि कमिश्नर के वादे के बावजूद टॉवर वही लगाया गया। केंद्र, राज्य और एमसीडी में भाजपा की सरकार होने के बावजूद निवासियों की जान की कोई कीमत नहीं समझी गई। अगर वहां कोई नेता रहता, तो क्या ऐसा होता? विपक्ष के नाते उनका दायित्व है कि वह सरकार से यह सवाल पूछें। इस लोकेशन पर मोबाइल टावर नहीं लगेगा, यह वह और रेजिडेंट्स सुनिश्चित करेंगे।
सोमनाथ भारती ने कहा कि वह सरकार से हाथ जोड़कर विनती करते हैं कि जहां ह्यूमन हैबिटेशन हो, जहां हेल्थ कंसर्न्स हों, जहां रेडिएशन से लोग घबराए हों, जहां जान-माल की हानि का खतरा हो, वहां बिना आरडब्ल्यूए और रेजिडेंट्स के राय के टावर न लगाए जाएं। सरकारें जनसेवा के लिए होती हैं, न कि जनता को तकलीफ देने के लिए होती हैं। कुछ क्रोनी कैपिटलिस्ट्स के साथ साठगांठ करके जनता को तबाह किया जा रहा है। नियम कहता है कि टावर ऐसी जगह नहीं लगाए जाने चाहिए, जहां ट्रैफिक और पब्लिक आवागमन हो। फिर भी भाजपा की एमसीडी और दिल्ली सरकार ने नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने कहा कि “आप” सरकार से अनुरोध करती है कि उनकी जान को खतरे में न डाला जाए। जहां भी टावर लगाए जाएं, आरडब्ल्यूए और रेजिडेंट्स से एनओसी ली जाए। आम आदमी पार्टी रेजिडेंट्स के साथ खड़ी है और उनकी जान और हेल्थ की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
इस दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे को संवेदनशीलता से उठाया और सभी अधिकारियों से मिलकर आरडब्ल्यूए के लेटर के माध्यम से शिकायत की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। भगवान की कृपा से टावर हमारे घर की तरफ नहीं गिरा, वरना बड़ी क्षति हो सकती थी। आखिर हम जाएं तो जाएं कहां? हम पुलिस कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर एमसीडी और विधायक सतीश उपाध्याय और सांसद बांसुरी स्वराज के ऑफिस से संपर्क किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
लोगों ने बताया कि रेजिडेंट्स को पहले बताया गया कि वहां बिजली का खंभा और हाई मास्ट लाइट लगेगी। जब टावर लगने की बात पता चली, तो रेजिडेंट्स ने विरोध किया। सोमनाथ भारती ने कमिश्नर से अपॉइंटमेंट लिया और इंस्पेक्शन की मांग की, लेकिन काम नहीं रुका। पुलिस फोर्स और महीला पुलिस ने रेजिडेंट्स को धमकाया और काम जारी रखा। रेजिडेंट्स ने धरना दिया, लेकिन उनकी नहीं सुनी गई। टावर के पास की जमीन अस्थिर है, क्योंकि उसके नीचे एक खुला नाला बहता है। आसपास के दो प्लॉट्स 40 साल से खाली हैं, क्योंकि वहां कंस्ट्रक्शन की अनुमति नहीं है। फिर भी टावर लगाया गया। रेजिडेंट्स ने चिंता जताई कि टावर स्थिर नहीं रहेगा, क्योंकि नींव मजबूत नहीं थी। पास में दो अस्पताल, चार स्कूल और बुजुर्ग लोग रहते हैं, फिर भी उनकी नहीं सुनी गई।
मामला कोर्ट में भी लंबित है।
बी2 आर डबल्यू ए के अधिकारी और निवासियों का प्रेस कांफ्रेंस में राकेश कपूर जी, मीनू कपूर जी, रचना जी, नवीना जी, हेमा जी और मधु जी ने किया।