छत्रपति शिवाजी महाराज अनुभूति संग्रहालय के माध्यम से इतिहास का दर्शन

17 June, 2025, 8:23 pm

 

नई दिल्ली, दिनांक 17: छत्रपति शिवाजी महाराज अनुभूति संग्रहालय के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज के गौरवशाली इतिहास और उनके राष्ट्रवादी दर्शन को अत्याधुनिक तकनीक के साथ प्रदर्शित करने वाला यह संग्रहालय जल्द ही जनता के लिए खोला जाएगा। यह जानकारी छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल राष्ट्रीय समिति के महासचिव कर्नल मोहन काकतीकर (सेवानिवृत्त) ने आज आयोजित एक पत्रकार परिषद में दी। यह संग्रहालय देश-विदेश के नागरिकों को छत्रपति शिवराय के शानदार विरासत का एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगा।

छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल राष्ट्रीय समिति द्वारा दिल्ली के इंस्टीट्यूशनल एरिया, कुतुब एन्क्लेव में इस पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था। इस इमारत का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के हाथों 15 सितंबर 2015 को हुआ था।

समिति का उद्देश्य था कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में छत्रपति शिवाजी महाराज का एक विश्व स्तरीय ऐतिहासिक संग्रहालय हो। इसके लिए वर्ष 2020 से काम शुरू किया गया है, जैसा कि श्री काकतीकर  ने बताया। गार्डियन मीडिया और एंटरटेनमेंट के निदेशक संजय दाबके के मार्गदर्शन में इस विश्व स्तरीय संग्रहालय का निर्माण किया जा रहा है।

इस संग्रहालय का मुख्य उद्देश्य छत्रपति शिवाजी महाराज के इतिहास का दर्शन कराने के साथ-साथ उनके राष्ट्रवादी विचार, धर्मनिरपेक्षता, पर्यावरण संरक्षण और समावेशी कल्याणकारी राज्य के दृष्टिकोण का प्रसार करना है। विशेष रूप से उत्तर भारत की युवा पीढ़ी को छत्रपति शिवराय के विदेशी आक्रमणकारियों के खिलाफ योगदान और उनकी रणनीतियों की विस्तृत जानकारी देने के लिए यह संग्रहालय बनाया जा रहा है। श्री कात्तीकर ने बताया कि यह समिति अन्य 9 राज्यों में भी विभिन्न जनकल्याणकारी उपक्रम चला रही है।

27,000 वर्ग फुट में फैला यह संग्रहालय पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होने के साथ-साथ ऐतिहासिक शिक्षा का प्रमुख स्थान बनेगा। इसमें अत्याधुनिक 13डी तकनीक का उपयोग किया गया है। यह संग्रहालय पांच मंजिला इमारत के भूतल पर बनाया गया है, जो आगंतुकों को शिवाजी महाराज के काल में होने का अनुभव कराएगा। डार्क राइड के माध्यम से शिवराय के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को अनुभव किया जा सकेगा। ऐतिहासिक दस्तावेजों पर आधारित प्रदर्शनियों के कारण इस संग्रहालय को विशेष महत्व प्राप्त है।

संग्रहालय की सैर 

संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर छत्रपति शिवाजी महाराज के काल में उपयोग किए गए हथियारों को प्रदर्शित किया गया है, साथ ही शिवमुद्रा की प्रतिकृति भी मौजूद है।  छत्रपति शिवाजी महाराज से पहले महाराष्ट्र की स्थिति की जानकारी 13डी तकनीक के माध्यम से दी गई है। यह प्रदर्शनी ऐतिहासिक काल की अनुभूति कराती है।  

छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा सूरत पर किए गए आक्रमण का प्रदर्शन उनकी युद्ध कौशल और रणनीतियों से परिचित कराएगा। रायगड किले पर हुए छत्रपति शिवाजी महाराज के ऐतिहासिक राज्याभिषेक का भव्य प्रदर्शन, उनके द्वारा स्थापित नौसेना का इतिहास और खांदेरी में पहली सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी नवाचारी तरीके से प्रस्तुत की गई है। पुणे के लाल महल में शाहिस्तेखान पर शिवराय के साहसी हमले की कहानी इस प्रदर्शन के माध्यम से रोमांचक ढंग से सामने आएगी।