मेगा जॉब फेयर में 3391 युवाओं को नियुक्ति पत्र
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नई दिल्ली, 20 जून, 2025 - , नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी जी के जन्मदिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बेरोजगारी से जूझ रहे 12वीं पास से लेकर तकनीकी विशेष सहित मास्टर डिग्री प्राप्त दिल्ली के हजारों युवाओं को एक छत के नीचे रोजगार के अवसर देने के लिए नई दिशा के तहत तालकटोरा स्टेडियम में मेगा जॉब फेयर आयोजित किया। मेगा जॉब फेयर की शुरुआत राष्ट्रगान के साथ हुई।
कांग्रेस पार्टी ने युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए 100 से भी अधिक कम्पनियां को आमंत्रित किया था जिन्होंने अपने-अपने स्टॉल लगाकर मौके पर ही युवाओं के साक्षात्कार करके उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी गई। आज के मेगा जॉब फेयर में 3391 युवाओं को विभिन्न कम्पनियों में नौकरी दी और सैंकड़ों युवाओं को कम्पनियों में दूसरे साक्षात्कार के लिए बुलाया है।
श्री राहुल गांधी के दलितों, वंचितो, गरीबों, पिछड़ों
मेगा जॉब फेयर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव श्री के.सी. वेनुगोपाल, महासचिव श्री सचिन पॉयलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने कंपनियों द्वारा चयनित किए गए बेरोजगार युवाओं और युवतियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्री उदय भानू चिब, दिल्ली प्रभारी श्री काजी निजामुद्दीन, अ0भा0क0कमेटी के सचिव श्री नीरज कुंदन, पूर्व मंत्री डा0 नरेन्द्र नाथ, एडमिनिस्ट्रेशन इंचार्ज श्री जतिन शर्मा, दिल्ली युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्री अक्षय लाकड़ा, श्री अजय चिकारा भी मौजूद थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री देवेन्द्र यादव ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी 24 अकबर रोड पहुँच कर श्री राहुल गांधी जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर उनके साथ दिल्ली कांग्रेस के हज़ारो कार्यकर्ताओं ने पार्टी मुख्यालय में अपने नेता श्री राहुल गांधी जी को जन्मदिवस की बधाई देते हुए उन्हें ढेरों शुभकामनाएँ व्यक्त की।
श्री देवेन्द्र यादव ने बताया कि दिल्ली कांग्रेस के सभी 258 ब्लाक कांग्रेस कमेटियों ने मेगा जॉब फेयर के लिए लगभग पिछले 10 दिनों से दिल्ली में घर-घर पहुॅचकर युवा बेरोजगारों का पंजीकरण ऑन लाईन और आफ लाईन कराया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बेरोजगार युवा जॉब फेयर में उत्साहित दिखे उससे यह साबित होता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने में असफल रही है, दूसरी ओर केन्द्र और दिल्ली के सरकारी विभागों में पिछले 11 वर्षों से लाखों पद खाली पड़े है और बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कई परीक्षाएं पेपर लीक और भ्रष्टाचार के कारण रद्द कर दिए गए, जिससे प्रत्येक वर्ष बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता गया और युवाओं की उम्र सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए निकलती गई।