भाई लखी शाह वंजारा हाल की तर्ज पर गुरुद्वारा माता सुंदरी कंम्प्लेक्स में बनेगा एयर कंडीशन्ड हाल

नई दिल्ली, 27 जून:दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फैसला किया है कि संगत की मांग पर गुरुद्वारा माता सुंदरी कंम्प्लेक्स में भाई लखी शाह वंजारा हाल की तर्ज पर एक विशाल एयर कंडीशन्ड हाल तैयार किया जाएगा। यह घोषणा कमेटी के प्रधान सरदार हरमीत सिंह कालका और जनरल सेक्रेटरी सरदार जगदीप सिंह काहलों ने की है।
आज यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार कालका और सरदार काहलों ने बताया कि इस हाल से यमुना पार की संगत को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि दिल्ली कमेटी द्वारा किए जा रहे कार्यों की कार सेवा पंथ रत्न बाबा हरबंस सिंह जी द्वारा नियुक्त बाबा बचन सिंह जी, बाबा सुरिंदर सिंह जी, बाबा सतनाम सिंह जी और अन्य महापुरुषों द्वारा संभाली जा रही है।
इस कार सेवा के लिए आज संगत द्वारा दिया गया सोना और चांदी हमने बाबा जी को सुपुर्द किया है। उन्होंने बताया कि आज 4 किलो 153 ग्राम और 313 मिलीग्राम सोना और 12 किलो 86 ग्राम और 91 मिलीग्राम चांदी बाबा जी को सुपुर्द की गई है। उन्होंने बताया कि इससे पहले 14 मार्च 2023 को भी सोना और चांदी दी गई थी। अब 15 मार्च 2023 से 26 जून 2025 तक जितना भी सोना, चांदी या अन्य कीमती वस्तुएं प्राप्त हुई हैं, उनका पूरा रिकॉर्ड रखा गया है और वह बाबा जी को सौंप दी गई हैं।
उन्होंने बताया कि इस समय कमेटी द्वारा जो बाला साहिब अस्पताल शुरू किया गया है, उसकी अगली चरण की सेवा होनी है। इसके अलावा गुरमत कॉलेज की मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग, माता सुंदरि गर्ल्स हॉस्टल और 125 स्टाफ क्वार्टर्स बनाने की सेवा चल रही है। इसी के साथ गुरमत विद्यालय की मल्टी-स्टोरी इमारत की सेवा भी जारी है। बाकी कार्य भी अलग-अलग रूप से चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हम बाबा बचन सिंह, बाबा सुरिंदर सिंह और बाबा सतनाम सिंह के आभारी हैं, जिनके द्वारा दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को बहुत बड़ा सहयोग मिला है। उन्होंने बताया कि यह सोना और चांदी संगतें गोलक में भी डाल देती हैं और कई बार दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को भी जमा करवा देती हैं, जिसका एक-एक ग्राम का पूरा हिसाब और रिकॉर्ड रखा जाता है।
उन्होंने कहा कि संगतों के सहयोग से ही दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी की मौजूदा टीम गुरुद्वारा प्रबंधन के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा और धर्म प्रचार के कार्यों में लगी हुई है और इन कार्यों को अगले स्तर तक ले जाने का भी दृढ़ संकल्प है।