ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री का संबोधन: जलवायु न्याय, वैश्विक स्वास्थ्य और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसे अभियानों पर दिया जोर

8 July, 2025, 10:48 am

📍 प्रस्तुति: Broadcast Mantra 

ब्रिक्स के 17वें शिखर सम्मेलन के दौरान आयोजित “पर्यावरण, COP-30 और वैश्विक स्वास्थ्य” सत्र को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संबोधित किया। इस सत्र में ब्रिक्स सदस्य देशों सहित साझेदार और आमंत्रित राष्ट्रों ने भाग लिया। प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा के लिए ब्राज़ील का आभार व्यक्त किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के लिए जलवायु परिवर्तन केवल ऊर्जा संकट का विषय नहीं, बल्कि जीवन और प्रकृति के संतुलन का सवाल है। उन्होंने कहा कि भारत "जलवायु न्याय" को एक नैतिक कर्तव्य मानता है और इसके लिए जन-हित और प्रकृति-हित को प्राथमिकता देते हुए कई ठोस कदम उठाए हैं।

🔹 प्रधानमंत्री ने जिन पहलों का उल्लेख किया, उनमें शामिल हैं:

  • अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA)

  • आपदा सहनशील अवसंरचना गठबंधन (CDRI)

  • वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन (GBA)

  • इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस

  • मिशन लाइफ

  • “एक पेड़ मां के नाम” अभियान

प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारत पेरिस जलवायु समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को समय से पहले ही पूरा कर चुका है। उन्होंने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए विकासशील देशों को तकनीकी सहयोग और सस्ती वित्तीय सहायता की आवश्यकता पर बल दिया। इसी दिशा में BRICS देशों द्वारा अपनाई गई “Framework Declaration on Climate Finance” की सराहना की।

🌍 "One Earth, One Health" के मंत्र के तहत प्रधानमंत्री ने भारत की वैश्विक स्वास्थ्य प्रतिबद्धताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कोविड महामारी के दौरान भारत द्वारा दी गई अंतरराष्ट्रीय मदद और डिजिटल हेल्थ योजनाओं की सफलता को साझा किया। साथ ही BRICS द्वारा सामाजिक रूप से निर्धरित बीमारियों के उन्मूलन के लिए अपनाई गई साझेदारी घोषणा का स्वागत किया।

🔶 भारत अगले वर्ष ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की प्राथमिकता वैश्विक दक्षिण के हितों की रक्षा और "मानवता-प्रथम" दृष्टिकोण को बढ़ावा देने की होगी। उन्होंने यह भी कहा कि भारत ब्रिक्स को एक नए रूप में प्रस्तुत करेगा, जहाँ BRICS का अर्थ होगा:
Building Resilience and Innovation for Cooperation and Sustainability (सहयोग और सततता के लिए लचीलापन और नवाचार का निर्माण)।

प्रधानमंत्री ने अंत में ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला को सफल आयोजन और गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद दिया।