राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान पंचकूला ने श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाई गुरु पूर्णिमा

पंचकूला, 11 जुलाई: राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (एनआईए), पंचकूला में गुरुवार, 10 जुलाई, 2025 को गुरु पूर्णिमा का पावन अवसर श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। यह कार्यक्रम संस्थान की शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के अंतर्गत बीएएमएस प्रथम वर्ष के छात्रों द्वारा आयोजित किया गया।
समारोह की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बाद छात्रों ने अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करते हुए भावपूर्ण गुरु वंदना प्रस्तुत की।
इस अवसर पर प्रभारी डीन प्रो. सतीश गंधर्व, प्रो. प्रह्लाद रघु, डॉक्टरों एवं संस्थान के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। सभा को संबोधित करते हुए प्रो. गंधर्व ने छात्रों के भविष्य को आकार देने और उन्हें शैक्षणिक व व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्रदान करने में गुरुओं (शिक्षकों) की अनिवार्य भूमिका पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में प्रो. प्रह्लाद रघु ने शिक्षक की भूमिका की तुलना एक कुम्हार से की, जो धैर्य और कुशलता से कच्ची मिट्टी को सुंदर आकार देता है, और इस प्रकार युवा मन को गढ़ने में शिक्षकों की अहम ज़िम्मेदारी को रेखांकित किया।
छात्रों ने उत्साहपूर्वक सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में भाग लिया, जिससे कार्यक्रम में और अधिक रंगत और जीवंतता आई। वक्ताओं ने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास और व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, साथ ही सांस्कृतिक मूल्यों को सुदृढ़ करते हुए शिक्षकों के प्रति कृतज्ञता की भावना को भी प्रबल करते हैं।
कार्यक्रम का समापन आत्मचिंतन और शाश्वत गुरु-शिष्य परंपरा के प्रति नवनवीन श्रद्धा के साथ हुआ। संस्थान ने कार्यक्रम की सफलता में उनके निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग के लिए कुलपति प्रो. संजीव शर्मा तथा डीन (शैक्षणिक एवं प्रशासनिक) प्रो. गुलाब पामनानी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।