पंजाब में ‘शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह क्रिकेट लीग’ शुरू करने की मुख्यमंत्री मान की सिफारिश

चंडीगढ़ | 12 जुलाई 2025 | पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने शनिवार को राज्य में ‘शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह क्रिकेट लीग’ की शुरुआत की वकालत की। इस लीग का उद्देश्य गांवों और राज्य के कोनों से क्रिकेट प्रतिभाओं को तराशकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तैयार करना है।
ग्राम स्तर से राज्य स्तर तक होगी क्रिकेट प्रतिभाओं की खोज
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (PCA) की नवनियुक्त टीम से अपने सरकारी आवास पर बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि इस लीग में गांव, ब्लॉक, ज़िला और राज्य स्तर पर प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन राज्य सरकार द्वारा हर वर्ष कराई जाने वाली ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ की तर्ज पर किया जाना चाहिए ताकि युवा खिलाड़ियों को मंच मिल सके और छिपी हुई प्रतिभाओं को उभारा जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरभजन सिंह, शुभमन गिल और अर्शदीप सिंह जैसे खिलाड़ियों ने पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन किया है। “अगर ऐसे खिलाड़ियों को सही मंच मिले, तो पंजाब से और भी बेहतरीन क्रिकेटर सामने आ सकते हैं,” मान ने कहा।
जालंधर और अमृतसर में बनेंगे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार जल्द ही जालंधर और अमृतसर में दो नए अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम बनाएगी। फिलहाल पंजाब में मोहाली के निकट मुल्लांपुर में एकमात्र अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है।
भगवंत मान ने गर्व के साथ यह भी बताया कि भारतीय पुरुष और महिला क्रिकेट टीम के कप्तान पंजाब से हैं, और राज्य सरकार खेलों के लिए ढांचा मजबूत करने और खिलाड़ियों को उत्कृष्ट सुविधाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
PCA की नवनियुक्त टीम ने जताया आभार
मुख्यमंत्री से मुलाक़ात के दौरान PCA के पदाधिकारियों — अध्यक्ष अमरजीत मेहता, उपाध्यक्ष दीपक बाली, सचिव एवं विधायक कुलवंत सिंह समेत अन्य सदस्यों ने मुख्यमंत्री का आभार जताया और आश्वासन दिया कि क्रिकेट को राज्य में नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।
🗞️ Broadcast Mantra विश्लेषण:
‘शेर-ए-पंजाब’ क्रिकेट लीग की प्रस्तावित योजना अगर ज़मीन पर उतरती है, तो यह पंजाब में क्रिकेट को गांव-गांव तक पहुंचाकर युवाओं के लिए एक क्रांति ला सकती है। मुख्यमंत्री मान की यह पहल केवल खेल ही नहीं, बल्कि राज्य की युवा ऊर्जा को सही दिशा देने का प्रयास भी है।