हरियाणा में 2.10 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य, ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान से लोगों को जोड़ने की कोशिश

मोरनी/नई दिल्ली | 23 जुलाई 2025
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य सरकार के महत्वाकांक्षी पर्यावरण संरक्षण मिशन की घोषणा करते हुए कहा है कि इस वर्ष प्रदेशभर में 2.10 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। मुख्यमंत्री पंचकूला जिले के मोरनी में आयोजित राज्य स्तरीय वन महोत्सव में बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि हर नागरिक पर्यावरण संरक्षण में अपनी भूमिका निभाए। उन्होंने अपील की कि मानसून के इस मौसम में हर परिवार कम से कम एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करे।
‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान की सफलता मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के पहले चरण में 1.60 करोड़ पौधों के लक्ष्य की तुलना में 1.87 करोड़ पौधे लगाए जा चुके हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि इस बार भी जनता के सहयोग से लक्ष्य पार किया जाएगा।
ड्रोन से निगरानी, पाँच साल तक विकास पर नज़र मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि ड्रोन तकनीक और जियो-टैगिंग के माध्यम से राज्यभर में लगाए गए पौधों की हर साल निगरानी की जाएगी। इन पौधों के विकास पर पाँच वर्षों तक नज़र रखी जाएगी।
वन विभाग की पुस्तिकाओं का विमोचन इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वन विभाग द्वारा तैयार की गई दो पुस्तिकाओं का विमोचन किया जो मोरनी क्षेत्र में ईको-टूरिज्म, हर्बल वाटिका और नेचर ट्रेल्स के विकास पर केंद्रित हैं।
"प्रकृति हमारी जीवनरेखा है" मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास की दौड़ में पेड़ों की कटाई ने प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ा है। “वन महोत्सव सिर्फ एक पौधारोपण कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक संकल्प है — प्रकृति को बचाने का,” उन्होंने कहा।
प्राणवायु देवता पेंशन योजना का ज़िक्र मुख्यमंत्री ने बताया कि 75 वर्ष से अधिक पुराने पेड़ों के संरक्षण के लिए ‘प्राणवायु देवता पेंशन योजना’ चलाई गई है। अब तक 3,800 पेड़ों के संरक्षकों को 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि पेंशन के रूप में दी जा चुकी है।
कालका में 10 साल में ₹2,446 करोड़ के विकास कार्य मुख्यमंत्री ने बताया कि 2014 से अब तक कालका विधानसभा क्षेत्र में ₹2,446 करोड़ के विकास कार्य पूरे हुए हैं, जबकि इससे पहले 10 वर्षों में केवल ₹304 करोड़ खर्च हुए थे। उन्होंने कहा कि सरकार की 171 घोषणाओं में से 60 पूर्ण हो चुकी हैं और 9 पर काम जारी है।
‘हरित अरावली कार्य योजना’ और ऑक्सी-वन पर्यावरणीय पहलों के तहत सरकार ने दक्षिण हरियाणा में ‘हरित अरावली कार्य योजना’ शुरू की है। इसके तहत अरावली पर्वतमाला से जुड़े राज्यों में वृक्षारोपण और जल संरक्षण पर ज़ोर रहेगा। साथ ही, कई जिलों में ऑक्सी-वन और हर्बल पार्क भी विकसित किए गए हैं।
नागरिकों से विशेष अपील मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सिर्फ सरकार का नहीं, बल्कि हर नागरिक की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा — “हर व्यक्ति एक पौधा लगाए और उसे अपने बच्चों की तरह पाले।”