ओडिशा के राज्यपाल ने जिन्दल फाउंडेशन के वुशू चैंपियनों को किया सम्मानित, रूस में जीते गोल्ड मेडल

25 July, 2025, 10:55 am

 


 

भुवनेश्वर, 25 जुलाई 2025 — ओडिशा के राज्यपाल डॉ. हरि बाबू कांबंपति ने मंगलवार को जिन्दल फाउंडेशन के वुशू प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़े दो युवा खिलाड़ियों – प्रेम मुंडा और राजकुमार मुंडा – को सम्मानित किया। दोनों खिलाड़ियों ने हाल ही में रूस के मॉस्को में आयोजित अंतरराष्ट्रीय वुशू प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।

राजभवन, भुवनेश्वर में आयोजित इस सम्मान समारोह में राज्यपाल ने प्रेम को पुरुषों के 48 किग्रा वर्ग में और राजकुमार को 52 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी। दोनों खिलाड़ी बारबिल स्थित जिन्दल स्पोर्ट्स हॉस्टल में रहते हैं, जहां उन्हें जिन्दल फाउंडेशन की ओर से उच्च स्तरीय कोचिंग, पोषणयुक्त आहार, शिक्षा, चिकित्सा सुविधा और जीवन के लिए आवश्यक सभी संसाधन मुहैया कराए जाते हैं।

"गांवों में छुपा है प्रतिभा का महासागर" — शालू जिन्दल

जिन्दल फाउंडेशन की चेयरपर्सन श्रीमती शालू जिन्दल ने इस अवसर पर कहा, "यह हमारे लिए अत्यंत गर्व का क्षण है। इन बच्चों की सफलता यह साबित करती है कि अगर सही दिशा, संसाधन और समर्थन मिले, तो ग्रामीण भारत की प्रतिभा भी वैश्विक मंचों पर चमक सकती है।"

"यह सिर्फ पदक नहीं, समावेश और सशक्तिकरण की जीत है" — प्रशांत होता

जिन्दल स्टील के सीएसआर और शिक्षा प्रमुख श्री प्रशांत होता ने बताया कि यह कार्यक्रम जिन्दल स्टील के चेयरमैन और सांसद श्री नवीन जिन्दल की सोच से प्रेरित है। "हमारा उद्देश्य न केवल खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करना है, बल्कि आत्मविश्वास, अनुशासन और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा की भावना भी पैदा करना है। यह जीत समावेश, अवसर और ग्रामीण युवाओं के सशक्तिकरण की प्रतीक है।"

राज्यपाल डॉ. कांबंपति ने प्रेम और राजकुमार की मेहनत और लगन की सराहना करते हुए जिन्दल फाउंडेशन द्वारा चलाए जा रहे खेल विकास कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर खेलों को बढ़ावा देना राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

30 हजार से अधिक युवाओं को मिल रहा लाभ

जिन्दल फाउंडेशन देश के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए लगातार प्रयासरत है। वुशू, एथलेटिक्स, फुटबॉल और तीरंदाजी जैसे खेलों में 30,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षण, पोषण, और प्रतियोगिता के अवसर प्रदान किए जा रहे हैं।

बारबिल, ओडिशा में संचालित जिन्दल स्पोर्ट्स हॉस्टल में 60 चयनित आदिवासी बच्चों को आवास, शिक्षा और खेल की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। यहाँ से निकले कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके हैं।

जिन्दल फाउंडेशन का उद्देश्य सिर्फ खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करना नहीं, बल्कि खेलों के माध्यम से देश को एक अनुशासित, स्वस्थ और आत्मनिर्भर युवा शक्ति देना है — ताकि भारत विश्व मंच पर और अधिक गौरव हासिल कर सके।