उत्तर भारत में कपास की फसल को बचाने की मुहिम: धानुका एग्रीटेक और ICAR-CICR ने शुरू किया किसान जागरूकता अभियान

29 July, 2025, 3:58 pm

सिरसा, 29 जुलाई 2025: गुलाबी सुंडी (पिंक बॉलवर्म) के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए धानुका एग्रीटेक लिमिटेड और ICAR-Central Institute for Cotton Research (CICR) ने मिलकर उत्तर भारत के कपास उत्पादक क्षेत्रों में तीन दिवसीय किसान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। यह कार्यक्रम श्रीगंगानगर (राजस्थान), अबोहर (पंजाब) और सिरसा (हरियाणा) में आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों किसान, वैज्ञानिक और कृषि विशेषज्ञ शामिल हुए।

कार्यक्रम में किसानों को गुलाबी सुंडी के प्रभावी नियंत्रण के उपायों, सतत कृषि पद्धतियों और नकली कीटनाशकों से बचाव के बारे में जानकारी दी गई।

ढानुका एग्रीटेक के चेयरमैन एमेरिटस डॉ. आर. जी. अग्रवाल ने किसानों से केवल प्रमाणित कृषि-इनपुट्स खरीदने की अपील की और जल संरक्षण की आवश्यकता पर बल दिया।

ICAR-CICR सिरसा के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. ऋषि कुमार ने कपास कीट प्रबंधन की चुनौतियों पर बात की, जबकि डॉ. एस. के. सैनी ने कपास में फैलने वाले रोगों की रोकथाम के उपाय बताए। डॉ. अमरप्रीत सिंह ने उन्नत कृषि तकनीकों को लेकर जानकारी साझा की।

कार्यक्रम के अंतिम दिन चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कुलपति डॉ. बी. एस. काम्बोज मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने किसानों को वैज्ञानिक तकनीकों को अपनाने की सलाह दी।

इस दौरान धानुका की नई तकनीकों और जापान की कंपनियों के साथ मिलकर विकसित किए गए उत्पादों जैसे Decide, Konika, Vitavax और Mycor Super को भी पेश किया गया, जो कम मात्रा में भी प्रभावी परिणाम देने की क्षमता रखते हैं।

कार्यक्रम के अंत में किसानों के साथ खुला संवाद सत्र आयोजित हुआ, जिसमें उन्होंने अपनी समस्याएं साझा कीं और वैज्ञानिकों से समाधान प्राप्त किए।

टॉप हाइलाइट्स

 पिंक बॉलवर्म नियंत्रण पर केंद्रित जागरूकता कार्यक्रम

राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के किसानों ने लिया भाग

धानुका एग्रीटेक ने पेश किए आधुनिक कीटनाशक उत्पाद

वैज्ञानिकों ने साझा किए IPM और उन्नत खेती के तरीके