“आबादी के अनुसार फायर स्टेशनों की हो समीक्षा, दो माह में बेसहारा गोवंश हों संरक्षित” — हरियाणा CM नायब सिंह सैनी

30 July, 2025, 6:12 am

 


 

नई दिल्ली,30 जुलाई 2025 — हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने आज एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए राज्यभर में फायर स्टेशनों की आवश्यकताओं का जनसंख्या के आधार पर पुनर्मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां ज़रूरत हो वहां नए अग्निशमन केंद्र स्थापित किए जाएं ताकि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि मोरनी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी एक-एक घर तक सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जाएं। उन्होंने स्पष्ट कहा, "यदि किसी क्षेत्र में केवल एक ही घर हो, तो भी विभाग यह सुनिश्चित करें कि किसी को असुविधा न हो।"

 “राज्य को बनाएं बेसहारा गोवंश मुक्त”

CM सैनी ने पशुपालन एवं डेयरी विभाग को निर्देशित किया कि दो माह के भीतर एक विशेष अभियान चलाकर सभी बेसहारा गोवंश को गौशालाओं में सुरक्षित किया जाए। उन्होंने इस अभियान में गौ सेवा आयोग और शहरी निकायों को साथ मिलकर काम करने को कहा। उन्होंने बताया कि पंचकूला, पानीपत और हिसार में नंदीशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं, बाकी जिलों में CSR के तहत प्रयास तेज़ किए जाएं।

मुख्यमंत्री ने सभी नंदीशालाओं में वेटरनरी क्लिनिक और विज़िटिंग पशु चिकित्सक की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।

 “कृषकों के लिए पारदर्शिता और बागवानी को प्रोत्साहन”

CM ने कृषि विभाग से कहा कि सब्सिडी योजनाओं का डाटाबेस अद्यतन किया जाए ताकि योजनाओं का लाभ पारदर्शी ढंग से किसानों तक पहुंचे। उन्होंने उन्नत बीजों के लिए नई योजना, कृषि वैज्ञानिकों की भागीदारी, और FPOs (किसान उत्पादक संगठन) को बागवानी में सक्रिय भागीदार बनाने के निर्देश दिए।

 “नदी जोड़ो अभियान को मिले बल, कलेसर से पानी लाने पर विचार”

उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि कलेसर क्षेत्र से यमुना जल को चैनल के माध्यम से पंचकूला तक पहुंचाने के लिए सर्वे प्रारंभ किया जाए, जिससे PM मोदी के 'नदी जोड़ो अभियान' को भी गति मिले।

 “2014 से अब तक की सभी घोषणाएं जल्द हों पूर्ण”

बैठक में CM ने 2014 से अब तक की सभी घोषणाओं की विभागवार समीक्षा की और अधिकारियों से कहा कि लंबित घोषणाओं को शीघ्र पूर्ण किया जाए।

बैठक में कौन-कौन रहा शामिल?

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अरुण कुमार गुप्ता, स्वास्थ्य विभाग के एसीएस सुधीर राजपाल, राजस्व विभाग की एसीएस डॉ. सुमिता मिश्रा, पर्यावरण विभाग के एसीएस आनंद मोहन शरण, शिक्षा विभाग के एसीएस विनीत गर्ग, PWD के एसीएस अनुराग अग्रवाल, ऊर्जा विभाग के एसीएस अपूर्व कुमार सिंह, और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।