79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का सबसे लंबा और निर्णायक संबोधन

नई दिल्ली, 15 अगस्त 2025 — लाल किले से 103 मिनट तक चले अपने सबसे लंबे स्वतंत्रता दिवस भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत 2047 का स्पष्ट और साहसिक रोडमैप पेश किया। आत्मनिर्भरता, नवाचार और नागरिक सशक्तिकरण को केंद्र में रखते हुए पीएम मोदी ने भारत की यात्रा को रेखांकित किया — एक ऐसे देश से जो दूसरों पर निर्भर था, अब एक वैज्ञानिक, तकनीकी और आर्थिक रूप से आत्मविश्वासी राष्ट्र बनने तक।
मुख्य घोषणाएं और बिंदु:
ऑपरेशन सिंदूर: पहलगाम हमले के बाद पूरी तरह Made-in-India हथियारों से संचालित कार्रवाई, आतंकी नेटवर्क और पाकिस्तान स्थित ढांचे को ध्वस्त किया। पीएम बोले — ब्लैकमेल नहीं, समझौता नहीं, और इंडस वाटर्स ट्रीटी पर स्पष्ट संदेश — खून और पानी साथ नहीं बह सकते।
आत्मनिर्भर भारत व तकनीकी क्षमता 2025 तक पहला स्वदेशी सेमीकंडक्टर चिप; निजी क्षेत्र के लिए न्यूक्लियर सेक्टर खोला; युवाओं से जेट इंजन, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, उर्वरक और दवाएं देश में बनाने का आह्वान।
राष्ट्रीय क्रिटिकल मिनरल मिशन और डीपवॉटर एक्सप्लोरेशन मिशन 1,200 स्थलों पर खोज, ऊर्जा व रक्षा आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम।
दवा व स्वास्थ्य आत्मनिर्भरता: स्वदेशी टीकाकरण मॉडल और दवा निर्माण में नवाचार का विस्तार, नए पेटेंट व वैश्विक ‘फार्मेसी हब’ बनने का संकल्प।
मिशन सुदर्शन चक्र 2035 तक देशव्यापी सुरक्षा कवच और तेज़, सटीक रक्षा प्रणालियों का विकास।
अगली पीढ़ी के आर्थिक सुधार 40,000 अनुपालन समाप्त, 1,500 पुराने कानून रद्द; दिवाली तक नए जीएसटी सुधार, दैनिक जरूरतों पर टैक्स घटाने की योजना।
पीएम विकसित भारत रोजगार योजना: ₹1 लाख करोड़ का रोजगार पैकेज, 3 करोड़ युवाओं को ₹15,000 की सहायता।
स्वच्छ ऊर्जा व न्यूक्लियर क्षमता 2025 में ही 50% क्लीन एनर्जी लक्ष्य हासिल; 10 नए न्यूक्लियर रिएक्टर निर्माणाधीन; 2047 तक 10 गुना न्यूक्लियर पावर क्षमता।
अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता स्वदेशी स्पेस स्टेशन की तैयारी; 300 से अधिक स्टार्टअप्स सैटेलाइट व स्पेस टेक में सक्रिय।
किसानों के लिए संकल्प: पीएम धान्य-धान्य कृषि योजना, 100 पिछड़े कृषि जिलों के लिए विशेष पैकेज; कृषि निर्यात ₹4 लाख करोड़ पार।
हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन अवैध घुसपैठ और जनसांख्यिकीय असंतुलन से निपटने के लिए नई योजना।
पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक भारत को $10 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाना लक्ष्य है, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सक्षम, सामाजिक रूप से समावेशी और रणनीतिक रूप से आत्मनिर्भर होगा। उन्होंने हर नागरिक से आह्वान किया कि भारत में बना’ उत्पाद खरीदें, नवाचार करें और राष्ट्रनिर्माण में भाग लें ताकि शताब्दी स्वतंत्रता वर्ष पर भारत एक विकसित राष्ट्र के रूप में खड़ा हो।