डिजिटल स्टूडियो ‘श्रृष्टि’ से सरकारी अधिकारियों को मिलेगा ई-लर्निंग का नया मंच: लोकसभा में डॉ. जितेंद्र सिंह
नई दिल्ली, 20 अगस्त (PIB) —
भारतीय जन प्रशासन संस्थान (IIPA) में डिजिटल स्टूडियो ‘श्रृष्टि’ स्थापित किया गया है, जिसका उद्देश्य सरकारी अधिकारियों, शोधकर्ताओं और नीतिगत विशेषज्ञों के लिए डिजिटल कंटेंट निर्माण, क्षमता निर्माण और ज्ञान प्रसार को बढ़ावा देना है।
डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी ने बुधवार को लोकसभा में लिखित जवाब देते हुए कहा कि यह स्टूडियो मिशन कर्मयोगी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाएगा। इसके तहत बनाए गए कंटेंट को iGoT प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जा सकेगा, जिससे सरकारी कर्मियों को निरंतर प्रशिक्षण और कौशल वृद्धि का अवसर मिलेगा।
‘श्रृष्टि’ की प्रमुख विशेषताएँ:
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उच्च गुणवत्ता वाला ऑडियो-वीडियो उत्पादन
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मंत्रालयों और विभागों को डिजिटल ट्रेनिंग मॉड्यूल बनाने की सुविधा
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ई-लर्निंग और बेस्ट प्रैक्टिस साझा करने के लिए प्लेटफॉर्म
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सरकारी कार्यप्रणाली में क्षमता निर्माण और पारदर्शिता को बढ़ावा
मंत्री ने बताया कि ‘श्रृष्टि’ से सरकार की ट्रेनिंग पहल को डिजिटल बढ़ावा मिलेगा और यह आधुनिक तकनीक से लैस बुनियादी ढांचा है।
पेंशनर्स की शिकायतों के लिए स्पेशल कैंपेन 2.0
लोकसभा को यह भी बताया गया कि 1 से 31 जुलाई 2025 तक फैमिली पेंशनर्स और सुपर सीनियर पेंशनर्स की शिकायतों के समाधान के लिए स्पेशल कैंपेन 2.0 चलाया गया। इसमें 51 मंत्रालयों और विभागों के समन्वित प्रयासों से कुल 2210 मामलों में से 86% मामलों का निस्तारण किया गया।
इस अभियान में Whole of the Government अप्रोच अपनाई गई जिससे कई जटिल और लम्बित मामले भी निपटाए जा सके। इससे पेंशन से जुड़े अधिकारियों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आया है और पेंशनर्स को शिकायत निवारण तंत्र के बारे में जागरूक किया गया है।
यह पूरी जानकारी डॉ. जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में लिखित उत्तर के रूप में दी।