शिपिंग मंत्रालय समुद्री क्षेत्र के लिए समर्पित सैटेलाइट तकनीक की संभावनाओं पर करेगा काम : सरबानंद सोनोवाल

नई दिल्ली, 23 अगस्त (पीआईबी):
केंद्रीय पोर्ट्स, शिपिंग एवं जलमार्ग मंत्री श्री सरबानंद सोनोवाल ने कहा है कि मंत्रालय भारतीय समुद्री क्षेत्र के लिए एक समर्पित उपग्रह (Satellite) या ट्रांसपोंडर की संभावनाओं का अध्ययन करेगा। इससे भारत की समुद्री शासन व्यवस्था और बंदरगाह प्रबंधन अवसंरचना को मज़बूती मिलेगी।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए श्री सोनोवाल ने कहा—
“हमारा मंत्रालय भारतीय समुद्री क्षेत्र के लिए अपना सैटेलाइट लॉन्च करने या समर्पित ट्रांसपोंडर प्राप्त करने की योजना बनाए। इससे हमारे तटीय और बंदरगाह प्रबंधन ढांचे को अंतरिक्ष आधारित उन्नत समाधानों से शक्ति मिलेगी।”
उन्होंने बताया कि प्रस्तावित प्रणाली से भारतीय तटीय जल, आंतरिक जलमार्ग और बंदरगाह क्षेत्रों की विशिष्ट कवरेज मिलेगी। यह राष्ट्रीय समुद्री डेटाबेस से जुड़कर रियल-टाइम में जहाजों की आवाजाही, नेविगेशनल सुरक्षा और पोर्ट संचालन की निगरानी करेगा।
श्री सोनोवाल ने कहा कि इस तकनीक से—
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जहाज यातायात की उन्नत निगरानी
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तटरेखा और EEZ में रियल-टाइम ट्रैकिंग
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भीड़भाड़ की समय पर पहचान
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सर्च एंड रेस्क्यू ऑपरेशन
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प्रदूषण नियंत्रण और आपदा प्रबंधन की तैयारी
में मदद मिलेगी। साथ ही, यह भारत को विदेशी नेविगेशन प्रणालियों पर निर्भरता से मुक्ति दिलाकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को मज़बूती देगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में वैश्विक नेतृत्व स्थापित किया है। उन्होंने आदित्य-एल1 मिशन (2023), गगनयान मिशन, और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन की दिशा में जारी प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की अंतरिक्ष यात्रा को ऐतिहासिक बताया।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए श्री सोनोवाल ने युवाओं से आह्वान किया—
“आसमान तक नहीं, बल्कि अंतरिक्ष तक पहुंचने का सपना देखो।”