केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लिए मुंबई के कोलाबा में भूमि आवंटन की घोषणा की

25 August, 2025, 6:53 am

 

नई दिल्ली, 25 अगस्त 2025 :
असम के विकास यात्रा को एक नई दिशा देते हुए केंद्रीय पोर्ट्स, शिपिंग एवं जलमार्ग मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज घोषणा की कि मुंबई पोर्ट प्राधिकरण (MPA) ने मुंबई के कोलाबा स्थित चार बीघा भूमि असम सरकार को 60 वर्ष की लीज पर आवंटित कर दी है। यह भूमि असम सरकार द्वारा जन-उन्मुख बुनियादी ढांचे के विकास के लिए उपयोग की जाएगी।

यह निर्णय असम सरकार के मुख्य सचिव द्वारा केंद्र को लिखे गए अनुरोध पत्र के बाद लिया गया। इसमें राज्य सरकार ने असम के लोगों की दीर्घकालिक जरूरतों को पूरा करने के लिए मुंबई में एक समर्पित केंद्र या अवसंरचना उपलब्ध कराने की मांग की थी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस कदम के जरिए असम को स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कल्याण जैसे क्षेत्रों में जनकल्याणकारी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने का भरोसा दिलाया है।

इस अवसर पर श्री सोनोवाल ने कहा—
“यह एक जन-प्रथम पहल है। 60 वर्षों के लिए असम सरकार को यह भूमि उपलब्ध कराकर हम आने वाली पीढ़ियों के लिए महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के निर्माण का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। कोलाबा, मुंबई के केंद्र में यह भूमि असम के नागरिकों—चाहे मरीज हों, विद्यार्थी हों या उद्यमी—सभी की आकांक्षाओं को पूरा करने में सहायक होगी।”

उन्होंने बताया कि इस विषय पर उन्होंने असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत विश्व शर्मा से बातचीत की है। मुख्यमंत्री ने इस निर्णय पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे असम की विकास यात्रा में एक महत्वपूर्ण योगदान बताया और केंद्र सरकार के समर्थन की सराहना की।

फिलहाल विकास की विस्तृत योजनाएँ विचाराधीन हैं, लेकिन अधिकारियों के अनुसार प्राथमिकता ऐसे ढांचागत कार्यों को दी जाएगी जो सीधे तौर पर आम जनता के उपयोग में आएं—जैसे स्वास्थ्य सेवाओं, शैक्षिक संस्थानों, कल्याणकारी केंद्रों और उद्यमियों के लिए इनक्यूबेशन सेंटर का निर्माण। 60 साल की लीज असम सरकार को इन परियोजनाओं की दीर्घकालिक और स्थायी योजना बनाने का अवसर देगी।

श्री सोनोवाल ने कहा—
“प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा इस बात पर जोर देते रहे हैं कि पूर्वोत्तर को विकास का पावरहाउस बनाना है और इसके केंद्र में जनता का सशक्तिकरण होना चाहिए। मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है, और यहां असम को यह भूमि मिलने से राज्य के उद्यमियों को भी नए अवसर मिलेंगे। यह कदम आत्मनिर्भर पूर्वोत्तर की दिशा में एक और महत्वपूर्ण पड़ाव है।”

मुंबई के कोलाबा में मिली यह नई जमीन असम की विकास गाथा को और गति देगी तथा जमीनी स्तर तक इसका लाभ पहुंचाएगी।