NHAI ने शुरू किया ‘प्रोजेक्ट आरोहण’, टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों की शिक्षा के लिए बड़ा कदम
नई दिल्ली, 26 अगस्त 2025
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने टोल प्लाज़ा कर्मचारियों के बच्चों की शैक्षिक आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से *‘प्रोजेक्ट आरोहण’* की शुरुआत की है। इस पहल की घोषणा NHAI मुख्यालय, नई दिल्ली में अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने की। इस अवसर पर वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं जॉइंट सीईओ डॉ. ज़फ़र खान और NHAI के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को मिलेगा सहारा
इस परियोजना का मकसद है—शिक्षा में आने वाली वित्तीय बाधाओं को दूर करना, सामाजिक-आर्थिक खाई को पाटना और सभी बच्चों को समान अवसर उपलब्ध कराना। इसमें खासतौर पर *आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS), अनुसूचित जाति/जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक समुदायों और निम्न-आय वाले परिवारों की बेटियों एवं प्रथम पीढ़ी के शिक्षार्थियों* को प्राथमिकता दी जाएगी।
पहले चरण में ₹1 करोड़ का फंड
इस योजना को SMEC ट्रस्ट के भारत केयर्स’ के माध्यम से लागू किया जाएगा।
पहले चरण (जुलाई 2025 – मार्च 2026) के लिए ₹1 करोड़ का बजट रखा गया है।
500 छात्रों (कक्षा 11 से स्नातक तक) को वार्षिक 12,000 की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
50 मेधावी छात्र, जो स्नातकोत्तर या उच्च शिक्षा के इच्छुक हैं, उन्हें ₹50,000 की छात्रवृत्ति मिलेगी।
इसके अलावा विद्यार्थियों के लिए मेंटॉरशिप, स्किल-बिल्डिंग वर्कशॉप्स और करियर गाइडेंस भी प्रदान किया जाएगा, जिससे उन्हें न सिर्फ शिक्षा बल्कि रोजगार और उद्यमिता के लिए भी तैयार किया जा सके।
पारदर्शी चयन और लंबी अवधि की सहायता
छात्रों का चयन पूरी तरह पारदर्शी प्रक्रिया के तहत होगा। इसके लिए ऑनलाइन पोर्टल पर शैक्षिक रिकॉर्ड, आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र और पहचान पत्र जैसे दस्तावेज जमा करने होंगे। योग्य छात्रों को निरंतर मॉनिटरिंग और दीर्घकालिक नवीनीकरण के जरिए मदद दी जाएगी।
‘प्रोजेक्ट आरोहण’ का व्यापक असर
भारत भर में मौजूद टोल प्लाज़ा पर कार्यरत कर्मचारियों के परिवार इस योजना से जुड़ेंगे। शिक्षा और मेंटॉरशिप के अवसर मिलने से इन छात्रों के सपने पूरे होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
NHAI अध्यक्ष संतोष कुमार यादव ने कहा—
“‘प्रोजेक्ट आरोहण’ हमारे हाईवे पर दिन-रात कार्यरत कर्मचारियों और उनके परिवारों के सपनों को साकार करने की दिशा में उठाया गया कदम है। शिक्षा और मार्गदर्शन में निवेश कर हम भारत के अगले दशक की प्रगति के लिए प्रतिभा को तैयार कर रहे हैं।”
वहीं, वर्टिस इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रस्ट के डॉ. ज़फ़र खान ने कहा—
“इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण के साथ-साथ मानव क्षमता का निर्माण भी उतना ही ज़रूरी है। प्रोजेक्ट आरोहण से हम बच्चों के भविष्य को निखारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग कर रहे हैं।”