वैश्विक शक्तियाँ भारत के साथ समुद्री साझेदारी की ओर, 28 देशों के राजदूतों ने किया समर्थन

27 August, 2025, 11:17 pm

 

 

नई दिल्ली, 27 अगस्त 2025।

केंद्र सरकार के बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) की ओर से आज दिल्ली में आयोजित राजदूत सम्मेलन (Ambassadors’ Roundtable) में 28 देशों के राजनयिक, उद्योग प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने भाग लिया। सम्मेलन की अध्यक्षता केंद्रीय मंत्री श्री सर्बानंद सोनोवाल ने की।

इस मौके पर श्री सोनोवाल ने भारत की 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर समुद्री निवेश रोडमैप प्रस्तुत करते हुए वैश्विक साझेदारों से भारत को निवेश और नवाचार का केंद्र मानने का आग्रह किया। उन्होंने कहा—
“प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत का समुद्री क्षेत्र नए युग में प्रवेश कर रहा है। ‘Maritime India Vision 2030’ और ‘Maritime Amrit Kaal Vision 2047’ जैसे कार्यक्रम हमारे बंदरगाह और लॉजिस्टिक्स को भविष्य के लिए सक्षम और टिकाऊ बना रहे हैं। पोर्ट से लेकर ग्रीन हाइड्रोजन हब तक, भारत वैश्विक साझेदारी के लिए अपने दरवाजे खोल रहा है।”

मुख्य बिंदु:

  • 28 देशों के राजदूतों ने भारत के साथ साझेदारी को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया।

  • निवेश अवसर: बंदरगाह विकास, कार्गो टर्मिनल, मल्टीमॉडल टर्मिनल, ग्रीन हाइड्रोजन हब, LNG बंकरिंग, शिपबिल्डिंग, शिप रिपेयर व रीसाइक्लिंग

  • भारत का लक्ष्य: ब्लू इकोनॉमी, डिजिटल पोर्ट संचालन, हरित और स्वच्छ शिपिंग।

  • IFSC–GIFT City को समुद्री वित्त और नवाचार का हब बनाने पर जोर।

  • 5 नए कानून—Bills of Lading Act, Carriage of Goods by Sea Act, Merchant Shipping Act, Coastal Shipping Act और Indian Ports Act—के जरिए औपनिवेशिक कानूनों को बदला गया।

सम्मेलन में केंद्रीय राज्य मंत्री श्री शंतनु ठाकुर ने भी संबोधित करते हुए कहा—
“माननीय प्रधानमंत्री जी ने हमेशा कहा है कि ‘बंदरगाह सिर्फ समृद्धि के द्वार नहीं, बल्कि भारत के भविष्य के द्वार हैं।’ आज भारत ग्रीन व डिजिटल शिपिंग, आधुनिक बंदरगाह और स्मार्ट लॉजिस्टिक्स के जरिए विश्व का भरोसेमंद भागीदार बन रहा है।”

आगे का रास्ता

इस सम्मेलन से निकले विचारों और सुझावों को इंडिया मेरीटाइम वीक 2025 (27–31 अक्टूबर, मुंबई) में शामिल किया जाएगा, जो न केवल निवेश आकर्षित करेगा बल्कि वैश्विक समुद्री साझेदारी को नई दिशा देगा।

इंडिया मेरीटाइम वीक भारत का द्विवार्षिक फ्लैगशिप आयोजन है, जो नीति निर्माताओं, निवेशकों और विशेषज्ञों को एक साथ लाकर भारत के समुद्री भविष्य की रूपरेखा तैयार करता है।