लीक हुए पेपर से सेकंड नंबर पर आने वाला तेजिंदर बिश्नोई अरेस्ट

1 October, 2018, 3:52 pm

चंडीगढ़, 1 अक्टूबर:  हरियाणा में जजों की 109 पोस्ट पर भर्ती के लिए हुए पेपर के लीक मामले में अब तक चंडीगढ़ पुलिस हाईकोर्ट के तत्कालीन रजिस्ट्रार जज बलविंदर सिंह, रिजल्ट में टॉपर सुनीता, रिजर्व कैटेगरी की टॉपर सुशीला, सुनील चोपड़ा उर्फ टीटू, सुनीता का भाई कुलदीप और आयुषी को गिरफ्तार किया था।

स्पेशल इनवेस्टिंगेशन टीम लगातार कर रही गिरफ्तारी

  1. डीएसपी रवि कुमार की अगुआई में जांच कर रही स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम ने शनिवार को इस केस की आरोपी आयुषी के पिता सुभाष चंद्र गोदारा और मामा सुनील बादू को गिरफ्तार किया था। वहीं, अब रविवार को भर्ती में दूसरे नंबर पर रहने वाले फतेहाबाद निवासी तेजिंदर बिश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। 
     

     

  2. तेजिंदर भी पेपर लीक करवाकर सेकेंड आया था। तेजिंदर को जज भर्ती का पेपर आयुषी के जरिए मिला था। आयुषी ने अपने पिता हिसार निवासी सुभाष चंद्र गोदारा को फोन कर जानकारी दी थी कि उसके पास जज भर्ती का पेपर है। इसे 20 से 25 लाख रुपए में बेचा जा सकता है। 
     

     

  3. सुभाष ने अपने साले यानि आयुषी के मामा सुनील बादू को कैंडिडेट तलाशने को कहा। सुनील ने तेजिंदर से संपर्क किया, जिसके बाद पेपर बेचा गया। अब यूटी पुलिस ने इस पेपर लीक स्कैम के केस में तीनों को आरोपी बनाकर गिरफ्तार कर लिया है। 
     

     

  4. यूटी पुलिस ने तीनों आरोपियों पर 50-50 हजार का इनाम रख दिया था। आरोपी बिश्नोई को पुलिस सोमवार को कोर्ट में पेश कर उनका रिमांड हासिल करेगी, ताकि तीनों आरोपियों के सामने बिठाकर पूछताछ की जा सके।
     

     

आरोपियों की जमानत याचिका खारिज

  1. इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले हाईकोर्ट में पूर्व रजिस्ट्रार (रिक्रूटमेंट) डॉ.बलविंदर शर्मा और रिजल्ट में जनरल कैटेगरी में टॉपर रही सुनीता को गिरफ्तार किया था। इसके बाद एग्जाम में रिजर्व कैटेगरी की टॉपर सुशीला, हिसार की आयुषी और कांग्रेस नेता सुनील चोपड़ा उर्फ टीटू को गिरफ्तार किया गया। 
     

     

  2. अभी कुछ महीने पहले सुनीता के भाई कुलदीप को भी पुलिस ने पकड़ा था। ये सभी आरोपी इस समय जेल में हैं। डॉ. बलविंदर शर्मा और सुनीता की जमानत अर्जी जिला अदालत से खारिज होने के बाद उन्होंने हाईकोर्ट में जमानत अर्जी दी है।

     

  3. वहीं, आयुषी की जमानत अर्जी पिछले हफ्ते जिला अदालत ने खारिज कर दी थी। इस केस में चालान पेश हो चुका है, लेकिन अभी आरोपियों के खिलाफ चार्ज फ्रेम नहीं हुए हैं।