'गणेश महोत्सव' के अवसर पर अनुपमा त्रिपाठी  'सुकृति' ने कविता के माध्यम से गणेश वंदना की

28 August, 2025, 12:36 pm

अचिन्त्य से सार की प्राप्ति 
हरण करें हृदय की क्लांति 
स्थापित करे विजय वैजयंती
शिव पुत्र ,शिव शक्ति 
आरोग्य दायक 
सिद्धि  प्रदायक
अभिनन्दन गणाधिपति !!

द्वारपाल स्वस्ति के
 जाजुल (दीप्तिमान )समृद्धि के
पुण्य दान भक्ति के
 गणनायक आकृति के
दीपदान शक्ति के 
अभिनन्दन गणाधिपति !!

आदिपूज्य संस्कार प्रदायक
विघ्न विनाशक मंगलदायक
बुद्धि दाता सुदृष्टि प्रदाता
अभिनन्दन गणाधिपति !!

प्रत्येक प्रतिकूलता से हो
अनुकूलता का अनमोल सृजन 
अधिनायक सकल  जग के
 नाद स्पंदित कर दो 
स्मिति रुचिर  कर दो
उपकृत कर दो स्वर तरंग
अभिनन्दन गणाधिपति ...!!!


अनुपमा त्रिपाठी
 'सुकृति'