भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा में ऐतिहासिक मील का पत्थर

नई दिल्ली/साणंद (गुजरात), 28 अगस्त।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव और गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने आज साणंद, गुजरात में सीजी पावर की ओर से स्थापित देश की पहली एंड-टू-एंड सेमीकंडक्टर OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly and Test) पायलट लाइन सुविधा का शुभारंभ किया। यह अवसर भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा में ऐतिहासिक मील का पत्थर माना जा रहा है।
श्री वैष्णव ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विज़न के अनुरूप भारत अब सेमीकंडक्टर डिज़ाइन, मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में निर्णायक कदम उठा रहा है। उन्होंने बताया कि इस पायलट लाइन में बने चिप्स ग्राहक क्वालिफिकेशन के लिए उपयोग होंगे, जिससे आगे व्यावसायिक उत्पादन शुरू करना आसान होगा।
सेमीकंडक्टर टैलेंट में भारत की बढ़त
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2032 तक विश्व को लगभग 10 लाख सेमीकंडक्टर प्रोफेशनल्स की कमी का सामना करना पड़ेगा। भारत के पास इस गैप को भरने और वैश्विक स्तर पर नेतृत्व करने का अवसर है। इसी दिशा में सरकार ने देशभर की 270 यूनिवर्सिटीज़ को अत्याधुनिक डिज़ाइन टूल्स उपलब्ध कराए हैं, जिनका 2025 में ही 1.2 करोड़ बार उपयोग हुआ। इन प्रयासों से 17 संस्थानों द्वारा बनाए गए 20 चिप्स का सफल निर्माण मोहाली स्थित सेमीकंडक्टर लैब (SCL) में हो चुका है।
गुजरात बनेगा सेमीकंडक्टर हब
श्री वैष्णव ने कहा कि गुजरात भारत के सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएगा। इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल ने भी कहा कि यह पहल देश को सेमीकंडक्टर डिज़ाइन और मैन्युफैक्चरिंग में वैश्विक नेता बनाने में मदद करेगी।
CG Semi की योजना और निवेश
सीजी सेमी (CG Semi) देश की पहली पूर्ण OSAT सुविधा है, जिसमें चिप असेंबली, पैकेजिंग, टेस्टिंग और पोस्ट-टेस्ट सेवाएं दी जाएंगी।
-
कंपनी अगले पाँच वर्षों में 7,600 करोड़ रुपये (लगभग 870 मिलियन डॉलर) का निवेश करेगी।
-
G1 सुविधा, जिसका उद्घाटन आज हुआ, प्रतिदिन लगभग 5 लाख यूनिट्स उत्पादन क्षमता के साथ कार्य करेगी।
-
G2 सुविधा, जो 2026 के अंत तक पूरी होगी, में 14.5 मिलियन यूनिट्स प्रतिदिन उत्पादन क्षमता होगी।
-
दोनों इकाइयाँ मिलकर आने वाले वर्षों में 5,000 से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेंगी।
राष्ट्रीय महत्व की परियोजना
CG Semi के चेयरमैन श्री वेल्लयन सुब्बैया ने कहा—
“यह सुविधा सिर्फ सीजी सेमी या मेरे लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक राष्ट्रीय मील का पत्थर है। हर चिप भारत की तकनीकी संप्रभुता की दिशा में एक कदम है।”
कंपनी ने अपने इंजीनियरों और तकनीशियनों को मलेशिया में तीन महीने की ट्रेनिंग भी दिलाई है, ताकि बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए भारतीय टीम पूरी तरह तैयार रहे।
CG Semi का परिचय
CG Semi, सीजी पावर (मुरुगप्पा ग्रुप), जापान की रेनिसास इलेक्ट्रॉनिक्स और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के बीच एक संयुक्त उद्यम है। यह ऑटोमोबाइल, रक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और IoT सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिए उन्नत और परंपरागत पैकेजिंग समाधान उपलब्ध कराएगा।