गुड़गांव में हनीट्रैप गैंग का भंडाफोड़: एडवोकेट और दो महिलाएँ सीनियर सिटिजन से 10 लाख की रंगदारी माँगते गिरफ्तार

31 August, 2025, 3:53 pm

 

गुड़गांव, 31 अगस्त 2025।
गुड़गांव पुलिस ने हनीट्रैप और रंगदारी के एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए कोर्ट के एडवोकेट कुलदीप मलिक और दो महिलाओं आशा तथा कंचन उर्फ़ कृतिका को गिरफ्तार किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने एक वरिष्ठ नागरिक (विधुर) को फँसाकर उससे 10 लाख रुपये की फिरौती माँगी।

कैसे रची गई साज़िश

शिकायत के अनुसार, महिलाओं ने वरिष्ठ नागरिक को पहले मिस्ड कॉल कर बातचीत शुरू की। उसके बाद वे उनसे मिलने उनके घर पहुँचीं। मुलाक़ात के दौरान एक महिला ने उन्हें नज़दीकी बढ़ाने के लिए उकसाया और थोड़ी देर बाद बाहर निकलते हुए कहा – “काम हो गया, सबूत मिल गया।”

इसके बाद परिवार को लगातार फोन कर 10 लाख रुपये की माँग की गई और धमकी दी गई कि यदि पैसे नहीं दिए तो उनके खिलाफ झूठा बलात्कार केस दर्ज कराया जाएगा। वरिष्ठ नागरिक द्वारा पैसे देने से इनकार करने पर, महिला ने घटना के 14 दिन बाद थाने में रेप का मामला दर्ज करा दिया।

परिवार ने किया मुकाबला, FIR दर्ज

पीड़ित परिवार ने हार मानने की बजाय साहस दिखाया और डीसीपी करन गोयल से मुलाक़ात की। इस दौरान उनके साथ एडवोकेट अंकित गुप्ता और महिला अधिकार कार्यकर्ता दीपिका नारायण भारद्वाज भी मौजूद थीं।

परिवार ने पुलिस को एक ऑडियो रिकॉर्डिंग सौंपी, जिसमें एडवोकेट कुलदीप मलिक पीड़ित से 6.5 लाख रुपये की डील फाइनल करते सुनाई दिए।

रिकॉर्डिंग में यह भी सामने आया कि यह गिरोह हरियाणा के कई ज़िलों में सक्रिय है और पैसे न देने पर गंभीर नतीजों की चेतावनी देता है।

कार्यकर्ताओं और पुलिस की सख़्त कार्रवाई

दीपिका नारायण भारद्वाज (डायरेक्टर – एकम न्याय फाउंडेशन) ने कहा:
“हनीट्रैप गैंग अब सीनियर सिटिजन पुरुषों को निशाना बना रहे हैं। अधिकांश लोग शर्म की वजह से चुप रह जाते हैं, लेकिन इस परिवार ने शिकायत दर्ज कर साहसिक कदम उठाया। हमने हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया को मामले से अवगत कराया, जिन्होंने संज्ञान लिया और तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की। मैं गुड़गांव पुलिस की त्वरित कार्रवाई के लिए आभारी हूँ।”

एडवोकेट अंकित गुप्ता (पीड़ित परिवार के वकील) ने कहा:
“वकालत जैसे पवित्र पेशे को कुछ वकीलों ने बदनाम किया है। इस केस में गुड़गांव पुलिस का एडवोकेट के खिलाफ कार्रवाई करना बड़ा कदम है और ये संदेश देता है कि कानून से ऊपर कोई नहीं।”

पुलिस की पुष्टि

पालम विहार थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अब गैंग की अन्य गतिविधियों और नेटवर्क की जाँच कर रही है।