आईयूसीएए के वैज्ञानिकों ने मीरा सितारों से मापी ब्रह्मांड के विस्तार की नई दर, नोबेल विजेता भी अध्ययन में शामिल

पुणे, 31 अगस्त 2025।
इंटर-यूनिवर्सिटी सेंटर फॉर एस्ट्रोनॉमी एंड एस्ट्रोफिजिक्स (IUCAA) के प्रोफेसर अनुपम भारद्वाज के नेतृत्व में वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने पहली बार ऑक्सीजन-समृद्ध मीरा वैरिएबल सितारों का उपयोग कर ब्रह्मांड के विस्तार की दर (Hubble Constant) को 3.7% की उल्लेखनीय सटीकता के साथ मापा है।
इस शोध में 18 तारामंडलों (stellar clusters) के 40 मीरा सितारों को लंबे समय तक मॉनिटर किया गया। यूरोपीय स्पेस एजेंसी (ESA) के Gaia मिशन से मिली सटीक दूरी की जानकारी ने इन सितारों की चमक और धड़कन (luminosity और pulsation period) को सही-सही मापने में मदद की।
इस उपलब्धि से पहली बार Cepheid सितारों पर निर्भर हुए बिना “extragalactic distance ladder” की स्वतंत्र कैलिब्रेशन संभव हुई। परिणामस्वरूप वैज्ञानिकों ने हबल कॉन्स्टेंट को अभूतपूर्व सटीकता से नापा।
अध्ययन के सह-लेखक, नोबेल पुरस्कार विजेता एडम रीएस ने कहा कि मीरा सितारों पर आधारित परिणाम, Cepheid आधारित नतीजों के साथ मेल खाते हैं। इसका मतलब है कि तथाकथित Hubble Tension केवल माप की त्रुटियों से नहीं, बल्कि संभवतः नई भौतिकी (new physics) से जुड़ा हो सकता है।
यूरोपियन सदर्न ऑब्ज़र्वेटरी की डॉ. मरीना रेजकुबा के अनुसार यह अध्ययन लंबे समय तक असर डालेगा और ब्रह्मांड की उम्र व आकार की सटीक समझ विकसित करने का मार्ग प्रशस्त करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में Rubin Observatory द्वारा खोजे जाने वाले और मीरा सितारों से यह तकनीक और अधिक परिष्कृत होगी, जिससे कॉस्मोलॉजी में क्रांतिकारी बदलाव संभव हैं।