भारत का पहला ट्राइबल AI ट्रांसलेटर “Adi Vaani” लॉन्च – शिक्षा, शासन और उद्यमिता में नई क्रांति

नई दिल्ली, 1 सितंबर 2025।
जनजातीय मामलों के मंत्रालय (Ministry of Tribal Affairs) ने आज “Adi Vaani” का बीटा वर्ज़न लॉन्च किया – यह भारत का पहला AI-संचालित ट्रांसलेशन प्लेटफॉर्म है, जो जनजातीय भाषाओं को डिजिटल युग से जोड़ते हुए शिक्षा, शासन, स्वास्थ्य और उद्यमिता तक उनकी पहुंच आसान बनाएगा।
लॉन्च समारोह समरसता हॉल, डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जनजातीय गौरव वर्ष (Janjatiya Gaurav Varsh) के उत्सवों का हिस्सा रहा।
लॉन्च समारोह समरसता हॉल, डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जनजातीय गौरव वर्ष (Janjatiya Gaurav Varsh) के उत्सवों का हिस्सा रहा।
कार्यक्रम की झलक
इस अवसर पर केंद्रीय जनजातीय मामलों के राज्य मंत्री श्री दुर्गादास उइके ने दीप प्रज्वलित कर बीटा वर्ज़न की शुरुआत की। इस मौके पर मंत्रालय के सचिव श्री विभू नायर, प्रोफेसर रंजन बनर्जी, निदेशक, IIT दिल्ली (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से), श्री अनंत प्रकाश पांडेय, संयुक्त सचिव, सुश्री दीपाली मसीरकर, निदेशक और IIT दिल्ली के प्रोफेसर विवेक कुमार एवं एसोसिएट प्रोफेसर संदीप कुमार उपस्थित रहे।
देशभर के Tribal Research Institutes (TRIs) और भाषाई विशेषज्ञ भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
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श्री दुर्गादास उइके (राज्य मंत्री, जनजातीय कार्य मंत्रालय)
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“भाषा सांस्कृतिक पहचान की नींव है। Adi Vaani दूरदराज के इलाकों में बसे जनजातीय समुदायों को शासन और शिक्षा से जोड़ने के साथ-साथ युवाओं को डिजिटल रूप से सशक्त बनाएगा।”
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श्री विभू नायर (सचिव, मंत्रालय)
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“Adi Vaani लगभग एक-दसवें खर्च में विकसित हुआ है। यह प्रोजेक्ट प्रामाणिक भाषाई डाटा और सामुदायिक फीडबैक सिस्टम पर आधारित है।”
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प्रो. रंजन बनर्जी (निदेशक, IIT दिल्ली)
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“Adi Vaani इस बात का उदाहरण है कि AI का इस्तेमाल भाषाओं और परंपराओं को संरक्षित कर लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव लाने के लिए किया जा सकता है।”
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श्री अनंत प्रकाश पांडेय (संयुक्त सचिव)
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“भाषा का नुकसान संस्कृति और धरोहर के नुकसान जैसा है। Adi Vaani केंद्र व राज्य सरकारों और तकनीकी संस्थानों के सहयोग से विकसित हुआ लो-कॉस्ट, हाई-इम्पैक्ट समाधान है।”
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Adi Vaani क्या है?
Adi Vaani सिर्फ अनुवाद टूल नहीं, बल्कि समुदायों को जोड़ने और सांस्कृतिक पहचान संरक्षित करने का प्लेटफॉर्म है।
मुख्य विशेषताएँ
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हिंदी, अंग्रेज़ी और जनजातीय भाषाओं के बीच रियल-टाइम टेक्स्ट व स्पीच ट्रांसलेशन
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छात्रों और शुरुआती सीखने वालों के लिए इंटरएक्टिव भाषा शिक्षण मॉड्यूल
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लोककथाओं, मौखिक परंपराओं और सांस्कृतिक धरोहर का डिजिटलीकरण
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सरकारी संदेशों और पीएम भाषणों का सबटाइटल्स के साथ जनजातीय भाषाओं में प्रसारण
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शिक्षा, स्वास्थ्य और शासन तक समान पहुंच
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आजीविका और उद्यमिता को बढ़ावा
कहां उपलब्ध है?
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वेब पोर्टल: https://adivaani.tribal.gov.in
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मोबाइल ऐप: जल्द ही Play Store और iOS पर उपलब्ध होगा।
बीटा वर्ज़न में उपलब्ध भाषाएँ:
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संथाली (ओडिशा)
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भीली (मध्य प्रदेश)
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मुंडारी (झारखंड)
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गोंडी (छत्तीसगढ़)
जल्द ही कुई (ओडिशा) और गारो (मेघालय) भाषाएँ भी जोड़ी जाएंगी।
डिजिटल इंडिया से विक्सित भारत 2047 तक
Adi Vaani पहल, डिजिटल इंडिया, एक भारत श्रेष्ठ भारत, पीएम जनमन योजना, आदि कर्मयोगी अभियान और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान से जुड़ी हुई है।
इससे न सिर्फ जनजातीय भाषाओं का संरक्षण होगा, बल्कि 20 लाख से अधिक जनजातीय चेंज लीडर्स को डिजिटल समावेशन की दिशा में सशक्त किया जाएगा।
“Adi Vaani” भारत की भाषाई विविधता और जनजातीय धरोहर को डिजिटल युग में सुरक्षित करने की ऐतिहासिक पहल है। यह शिक्षा, स्वास्थ्य, शासन और उद्यमिता तक जनजातीय समुदायों की पहुंच सुनिश्चित कर विक्सित भारत 2047 की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
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