राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ और AIIA के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली में दो दिवसीय 'अस्थि मर्म' प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

27 September, 2025, 9:58 am

 

नई दिल्ली, 27 सितम्बर 2025
राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ (RAV), नई दिल्ली ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) के सहयोग से नई दिल्ली स्थित AIIA परिसर में दो दिवसीय 'अस्थि मर्म' (Asthi Marma) प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह विशेष कार्यक्रम आयुर्वेदिक चिकित्सकों और शोधार्थियों को अस्थि मर्म विज्ञान की गहन जानकारी और व्यावहारिक कौशल प्रदान करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ पद्म भूषण एवं पद्म श्री से सम्मानित वैद्य श्री देवेंद्र त्रिगुणा, अध्यक्ष, गवर्निंग बॉडी, राष्ट्रीय आयुर्वेद विद्यापीठ द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. महेश व्यास, डीन, AIIA भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।

आयुर्वेद की प्रासंगिकता पर जोर

अपने उद्घाटन संबोधन में वैद्य श्री देवेंद्र त्रिगुणा ने आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं में आयुर्वेद की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद सिर्फ पारंपरिक चिकित्सा पद्धति नहीं है बल्कि यह एक समग्र और वैज्ञानिक स्वास्थ्य प्रणाली है, जो आज की स्वास्थ्य चुनौतियों का प्रभावी समाधान प्रदान कर सकती है।
उन्होंने युवा आयुर्वेद चिकित्सकों से आग्रह किया कि वे विशेषीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेकर अपनी क्लिनिकल प्रैक्टिस को सशक्त बनाएं और वैज्ञानिक शोध पर विशेष जोर दें।

“आयुर्वेद में अपार संभावनाएं हैं। यदि इसे आधुनिक विज्ञान के साथ जोड़ा जाए तो यह न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति ला सकता है,” – वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा

प्रमुख विशेषज्ञों के सत्र

प्रशिक्षण कार्यक्रम में देशभर से आए आयुर्वेद विशेषज्ञ और प्रशिक्षु शामिल हुए।
प्रशिक्षण सत्र का नेतृत्व आयुर्वेद के प्रतिष्ठित विद्वानों और CRAV गुरुओं ने किया, जिनमें प्रमुख हैं:

  • डॉ. सी. सुरेश कुमार

  • डॉ. एन.वी. श्रीवथ्स

  • डॉ. पी. हेमंथा कुमार, प्रो-वाइस चांसलर, NIA जयपुर

  • डॉ. आनंदराम शर्मा, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, पंचकर्म विभाग, AIIA, नई दिल्ली

पहले दिन प्रतिभागियों को अस्थि मर्म के सिद्धांतों और प्रायोगिक पहलुओं पर गहन जानकारी दी गई। इसमें सैद्धांतिक ज्ञान के साथ-साथ क्लिनिकल एप्लीकेशन पर विशेष ध्यान दिया गया।
इंटरैक्टिव सत्रों में प्रतिभागियों को वास्तविक रोग मामलों के अध्ययन और उपचार विधियों का अनुभव प्रदान किया गया।

कार्यक्रम का उद्देश्य

इस दो दिवसीय प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आयुर्वेद चिकित्सकों को एविडेंस-बेस्ड (साक्ष्य-आधारित) चिकित्सा प्रणाली के अनुरूप प्रशिक्षित करना और समग्र स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को सशक्त बनाना है।
इससे न केवल प्रतिभागियों की चिकित्सकीय दक्षता में वृद्धि होगी बल्कि आयुर्वेद की वैज्ञानिक विश्वसनीयता और वैश्विक पहचान को भी मजबूती मिलेगी।

कार्यक्रम के समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे और उन्हें अपने अनुभव साझा करने का अवसर दिया जाएगा।