दीपावली 20 अक्टूबर को मनाने का सर्वसम्मति से निर्णय

8 October, 2025, 12:19 am

 दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी । दिुल्ली के  सभी व्यापारियों ने एकमत होकर घोषणा की कि वे 20 अक्टूबर को लक्ष्मी-गणेश पूजन कर दीपावली का उत्सव मनाएंगे।  दीपावली की सटीक तिथि को लेकर चल रहे  भ्रम को दूर करने के लिए ये फैसला लिया गया है । इस विषय पर सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि जैसा बनारस विधा पीठ, गीता आश्रम तथा दिल्ली के पौराणिक गौरी शंकर मंदिर के विद्वानों ने शास्त्रार्थ के आधार पर घोषणा की है, उसी के अनुसार दीपावली 20 अक्टूबर 2025 को मनाई जाएगी।

दिल्ली की प्रमुख व्यापारिक संस्थाओं द्वारा आयोजित भव्य ‘दीपावली मिलन समारोह’ आज ओराना बैंक्वेट, मायापुरी में बड़े हर्षोल्लास एवं उत्साह के साथ संपन्न हुआ। पूरे वातावरण में उल्लास, एकता और भारतीय परंपरा की गरिमा झलक रही थी।कार्यक्रम में व्यापारियों ने अपने  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया कि उन्होंने दीपावली से पूर्व जी.एस.टी. दरों में राहत देकर देश के व्यापार जगत को एक अनमोल तोहफ़ा दिया है। व्यापारियों ने कहा कि मोदी जी का यह कदम न केवल व्यापार को सशक्त करेगा बल्कि उपभोक्ताओं के चेहरे पर भी मुस्कान लाएगा।
इस अवसर पर दिल्ली के मॉडल टाउन विधायक श्री अशोक गोयल ‘देवराहा’ जी तथा मध्य प्रदेश के गुना की विधायक श्रीमती प्रियंका जी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। दोनों नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी जी के “5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था” के संकल्प को साकार करने में व्यापारियों को अहम भागीदार बताते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम में विभिन्न व्यापारिक संस्थाओं के पदाधिकारियों का फूलमालाओं और शालों से भव्य स्वागत किया गया।
समारोह का एक विशेष आकर्षण रहा । इस कार्यक्रम में वरिष्ठ व्यापारी गण —श्री राधेश्याम शर्मा जी, श्री देवराज बवेजा, श्री बलदेव गुप्ता, श्री रमेश खन्ना, श्री चंद्र भूषण गुप्ता, श्री राजेन्द्र कपूर, श्री विनय नारंग, श्री सुशील गोयल, श्री अजय शर्मा, श्री ललित अग्रवाल, श्री देवेंद्र जैन (देवू), श्री परमजीत सिंह (पम्मा), श्री राजीव गुप्ता, श्री देवेंद्र सिंह, श्री अरबिंदर सिंह, श्री ईश्वर गिरी सहित अनेक प्रतिष्ठित व्यापारियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।आल इंडिया मोटर एंड गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (पंजी॰) के अध्यक्ष राजेन्द्र कपूर ने जारी एक बयान में कहा कि सभी व्यापारियों  ने मिलकर संदेश दिया है कि “व्यापारी समाज न केवल देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि संस्कृति और सामाजिक एकता का भी सशक्त वाहक है।”