श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के युग-पुरुष श्री महंत नृत्य गोपाल दास महाराज को ‘भारत रत्न’ सम्मान दिया जाए

10 October, 2025, 9:56 pm


, 10 अक्टूबर  – विश्व प्रसिद्ध श्री राम नगरी अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख स्तंभ, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं मथुरा के श्री कृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान के मुखी और श्री स्वामी मणि रामदास जी महाराज छावनी सेवा ट्रस्ट के पीठाधीश्वर महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित करने की मांग प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी से की गई है।
प्रधानमंत्री को भेजे गए पत्र में भारतीय जनता पार्टी (पंजाब) के प्रवक्ता प्रो. सरचंद सिंह ख्याला, पी.सी.टी. ह्यूमैनिटी के संस्थापक डॉ. जगिंदर सिंह सलारिया और श्री महंत नृत्य गोपाल दास जी के शिष्य रामानंदी वैष्णव संप्रदाय, जबलपुर के संत महंत आशीष दास ने संयुक्त रूप से यह मांग की है।
प्रो. सरचंद सिंह ने कहा कि महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज की सेवा, त्याग, संघर्षमय जीवन और श्री राम जन्मभूमि आंदोलन को सफलता के ऐतिहासिक मुकाम तक पहुँचाने के बारे में प्रधानमंत्री स्वयं अच्छी तरह जानते हैं, जिन्होंने संघ के स्वयंसेवक के रूप में कारसेवा से लेकर प्रधानमंत्री के तौर पर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा तक साथ कार्य किया। सदीयों की तपस्या और महंत जी के मार्गदर्शन के तहत गहन संघर्ष के बाद श्री अयोध्या में श्री राम मंदिर का पुनर्निर्माण संभव हुआ।
उन्होंने कहा कि महंत जी ने आंदोलन के प्रत्येक पड़ाव में 1984 से लेकर 2019 के सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले तक, और 22 जनवरी 2024 को श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा तक अपने जीवन का हर पल समर्पित करते हुए प्रमुख भूमिका निभाई। यह राम मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक संस्कृति, भक्ति और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और महंत नृत्य गोपाल दास जी इस ऐतिहासिक युग परिवर्तन के प्रेरक एवं मार्गदर्शक हैं।
पत्र में महंत जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि महंत जी पर बम धमाके द्वारा हमला हुआ, फिर भी वे अपने अकीदे से पीछे नहीं हटे। महंत जी ने वाल्मीकि भवन, श्री चार धाम मंदिर समेत अनेक धार्मिक स्थलों का निर्माण करवाया, अयोध्या के संत समाज को एकत्र किया और गौ सेवा, ब्राह्मण सेवा, मेडिकल व शिक्षा के क्षेत्र के साथ-साथ, सार्वभौम संस्कृत विद्यालय व छात्रावास अयोध्या,  दीनबंधु नेत्रालय सेवा ट्रस्ट अयोध्या,  बाबा मणि रामदास सेवा ट्रस्ट हॉस्पिटल अयोध्या , बाबा मणि रामदास छावनी सेवा ट्रस्ट योग विद्यालय अयोध्या , श्री गोपाल गौशाला मुख्य मार्ग अयोध्या बाबा मणि रामदास स्वामी सेवा ट्रस्ट के जरिए सामाजिक सद्भावना को भी अपने जीवन का लक्ष्य बनाया।
महंत जी का जन्म 11 जून 1938 को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के केरला गांव में हुआ। केवल 12 वर्ष की आयु में उन्होंने घर त्यागकर अयोध्या का रुख किया और महंत राम मनोहर दास जी के शिष्य बने। 1965 में, 27 वर्ष की आयु में उन्हें अयोध्या की प्रसिद्ध श्री मणि रामदास जी छावनी (छोटी छावनी) के महंत के रूप में नियुक्त किया गया। उनकी दूरदर्शिता और साधना से आज अयोध्या धाम में विशाल श्री राम मंदिर का निर्माण पूर्ण हो चुका है।
“श्री राम मंदिर केवल एक धार्मिक उपलब्धि नहीं, यह भारत की आत्मा, संस्कृति, गौरव और सनातन चेतना एवं संस्कृति के पुनर जागरण का प्रतीक है और उस युग परिवर्तन के महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज शिल्पी हैं।”
उन्होंने प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि महंत जी का जीवन तप, त्याग और राष्ट्रभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने चार दशकों तक श्री राम जन्मभूमि के लिए संघर्ष किया, अनेक कठिनाइयों का सामना किया और अंततः भारत की सांस्कृतिक पहचान को विश्व स्तर पर पुनः स्थापित किया। भारतीय भाईचारे का विश्वास है कि श्री राम जन्मभूमि आंदोलन में महंत जी के अनमोल योगदान और संघर्षमय जीवन के लिए वे “भारत रत्न” जैसे देश के सर्वोच्च सम्मान के प्रथम और निश्चित तौर पर सच्चे हकदार हैं।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से उन्होंने व्यक्तिगत रूप से इस विषय पर गंभीरता से विचार करने और महंत नृत्य गोपाल दास जी महाराज को भारत रत्न सम्मान के लिए मान्यवर राष्ट्रपति के समक्ष सिफ़ारिश भेजने की जोरदार अपील की है।