“अपने ख़ास अफसरों को बचाना छोड़िए, पूरन कुमार के परिवार को न्याय दीजिए”

11 October, 2025, 8:21 pm

 

 

चंडीगढ़, 11 अक्टूबर:
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने हरियाणा सरकार से अपील की है कि वह अपने "खास अफसरों" (Blue Eyed Officers) को बचाने के बजाय, स्वर्गीय आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार के परिवार को न्याय दिलाए और उनकी आत्महत्या पत्र में जिन अफसरों के नाम दर्ज हैं, उनके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करे।

मुख्यमंत्री शनिवार को आईपीएस पूरन कुमार के परिजनों से मुलाकात करने चंडीगढ़ पहुंचे। मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुखद और संवेदनशील मामला है। उन्होंने केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार से आग्रह किया कि वे शोकग्रस्त परिवार के साथ खड़े हों और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करें।

भगवंत मान ने कहा कि उन्होंने इस मामले को पंजाब के राज्यपाल के साथ भी उठाया है, जो चंडीगढ़ के प्रशासक भी हैं। उन्होंने मांग की कि पूरन कुमार की आत्महत्या पत्र में जिन वरिष्ठ अधिकारियों के नाम हैं, उन्हें तुरंत बुक (नामजद) किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार, जो एक सामान्य और विनम्र पृष्ठभूमि से आए थे, उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
उन्होंने कहा कि मृत अधिकारी की पत्नी, जो हरियाणा सरकार में वरिष्ठ पद पर हैं और मूल रूप से पंजाब की बेटी हैं, उन्हें भी न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है — यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।

भगवंत मान ने आरोप लगाया कि कमज़ोर और वंचित वर्गों से आने वाले अधिकारियों को निशाना बनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। उन्होंने कहा,

“यह केवल एक अधिकारी की मौत नहीं, बल्कि उन ताकतों के खिलाफ सवाल है जो सत्ता और तंत्र का दुरुपयोग कर संवैधानिक मूल्यों को कमजोर करना चाहती हैं।”

उन्होंने कहा कि देश में अनुसूचित जाति वर्ग पर अत्याचार के मामले चिंताजनक रूप से बढ़ रहे हैं। मान ने कहा कि पूरन कुमार के सुसाइड नोट में भी भेदभावपूर्ण व्यवहार का उल्लेख है, लेकिन हरियाणा सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कुछ शक्तियाँ देश के संविधान को बदलने की साजिश कर रही हैं — वह संविधान जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने सामाजिक न्याय और समानता की रक्षा के लिए बनाया था।

“आज जब न्यायपालिका तक को ट्रोल किया जा रहा है, और आम वर्ग से आने वाले लोग ऊँचे पदों पर पहुँचते हैं तो उन्हें भी निशाना बनाया जाता है। यह प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए खतरनाक है,” — भगवंत सिंह मान।

मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार पूरन कुमार के परिवार को हर संभव सहयोग देगी और न्याय की इस लड़ाई में उनके साथ खड़ी रहेगी।