राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा – ‘शांति के संरक्षक बनकर ऐसा विश्व बनाएं, जहां हर बच्चा सुरक्षित नींद सो सके’

16 October, 2025, 11:52 pm

 

 

नई दिल्ली, 16 अक्टूबर 2025 
संयुक्त राष्ट्र के ट्रूप कंट्रीब्यूटिंग कंट्रीज़ के आर्मी चीफ्स सम्मेलन में भाग ले रहे सेनाध्यक्षों और उप सेनाध्यक्षों ने आज राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में भेंट की। इस अवसर पर उनके साथ उनके जीवनसाथी भी उपस्थित थे।

राष्ट्रपति ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि वे अपने-अपने देशों के सर्वोत्तम मूल्यों और आदर्शों के प्रतिनिधि हैं। वे वैश्विक शांति और स्थायी समृद्धि के प्रति अपने राष्ट्रों के अनुभव, निष्ठा और संकल्प का प्रतीक हैं।


भारत — संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों में अग्रणी

राष्ट्रपति ने कहा कि अब तक संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षक बलों की 71 अलग-अलग मिशनों में तैनाती हो चुकी है। इन मिशनों का उद्देश्य निर्दोष नागरिकों, विशेषकर महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की पीड़ा को कम करना रहा है। उन्होंने कहा कि दूरस्थ और कठिन इलाकों में तैनात शांति सैनिकों ने असाधारण साहस और करुणा का परिचय दिया है।

उन्होंने कहा कि भारत, विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र, हमेशा से बहुपक्षवाद और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों में विश्वास रखता है। भारत शुरुआत से ही संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में एक निरंतर और भरोसेमंद साझेदार रहा है।


महिला शांति सैनिकों की भूमिका सराही

राष्ट्रपति मुर्मू ने यह भी रेखांकित किया कि भारत ने शांति अभियानों में महिला भागीदारी और लैंगिक समावेशन के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि “महिला शांति रक्षकों ने स्थानीय समुदायों को सशक्त बनाया है और विश्वास की नींव रखी है।”


‘शांति थोपने की नहीं, मिलकर पोषित करने की जरूरत’

राष्ट्रपति ने सभी देशों से आग्रह किया कि शांति सैनिक देशों को एक सशक्त आवाज देने के लिए संरचनात्मक ढांचे विकसित करने चाहिए। साथ ही, स्थानीय हितधारकों से गहरा संवाद बढ़ाना चाहिए ताकि शांति थोपी न जाए, बल्कि सहभागिता के जरिए पनपे।


‘हर बच्चा शांति से सोए’ – राष्ट्रपति का संदेश

राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन के अंत में कहा —

“हम सब शांति के संरक्षक हैं। मिलकर हमें ऐसा विश्व बनाना चाहिए,
जहां हर बच्चा सुरक्षित नींद सो सके, हर समुदाय सौहार्द में फले-फूले
और संघर्ष केवल इतिहास के पन्नों में रह जाए।”


रिपोर्ट: ब्रॉडकास्ट मंत्रा न्यूज़ डेस्क