आईएफएफआई गोवा 2025 में वेवएक्स के तहत वेव्स बाजार के लिए बूथ बुकिंग शुरू

चंडीगढ़, 06 नवंबर 2025
सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई), गोवा 2025 में वेवएक्स द्वारा संचालित वेव्स बाजार में विशेष स्टार्टअप शोकेस जोन, वेवएक्स बूथों के लिए बूथ बुकिंग शुरू करने की घोषणा की है।
इस पहल का उद्देश्य एवीजीसी-एक्सआर (एनीमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग, कॉमिक और एक्सटेंडेड रियलिटी) और मनोरंजन क्षेत्र में उभरते स्टार्टअप को वैश्विक उद्योग के दिग्गजों, निवेशकों और प्रोडक्शन स्टूडियो से जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करना है।
20 से 24 नवंबर, 2025 तक आयोजित होने वाला वेव्स बाजार, फिल्म बाजार के निकट स्थित होगा, जो आईएफएफआई का प्रमुख नेटवर्किंग केंद्र है और दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं, निर्माताओं तथा मीडिया पेशेवरों की प्रभावी भागीदारी के लिए जाना जाता है।
प्रत्येक बूथ 30,000 रुपये प्रति स्टॉल (शेयरिंग आधार पर) की मामूली लागत पर उपलब्ध होगा। भाग लेने वाले स्टार्टअप को निम्नलिखित सुविधाएं प्राप्त होंगी:
· 2 प्रतिनिधि पास
· दोपहर का भोजन और जलपान
· शाम का नेटवर्किंग अवसर
· वैश्विक फिल्म, मीडिया और तकनीकी पेशेवरों के बीच प्रत्यक्ष उपस्थिति
इच्छुक स्टार्टअप wavex.wavesbazaar.
आईएफएफआई, गोवा के बारे में
1952 में स्थापित, भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) एशिया के सबसे महत्वपूर्ण फिल्म समारोहों में से एक है, जो विश्व सिनेमा में उत्कृष्टता का उत्सव मनाता है और फिल्म निर्माताओं, कलाकारों तथा सिनेमा प्रेमियों के लिए एक मिलन स्थल के रूप में कार्य करता है। गोवा में प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला आईएफएफआई, वैश्विक फिल्म जगत की भागीदारी को आकर्षित करता है और रचनात्मक सहयोग एवं अवसरों के लिए उत्प्रेरक का काम करता है। 56वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) 20 से 28 नवंबर, 2025 तक पणजी, गोवा में आयोजित किया जाएगा।
वेवएक्स के बारे में
वेवएक्स, भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की एक राष्ट्रीय स्टार्टअप एक्सेलेरेटर और इनक्यूबेशन पहल है, जो एवीजीसी-एक्सआर और मीडिया-टेक इकोसिस्टम में नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। अग्रणी शैक्षणिक, उद्योग और इनक्यूबेशन नेटवर्क के साथ सहयोग के माध्यम से, वेवएक्स क्रिएटर और स्टार्टअप को अपने उद्यमों को बढ़ाने में सक्षम बनाता है, जिससे भारत की बढ़ती रचनात्मक अर्थव्यवस्था में योगदान मिलता है।




