ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर बेहतर करें ताकि दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को भी गुणवत्तापरक शिक्षा मिल सके- राज्यपाल

चंडीगढ़, 5 सितंबर- अध्यापकों को 21वीं सदी में बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा के साथ-साथ चरित्र निर्माण की शिक्षा भी देनी चाहिए, ताकि भारत को फिर से विश्व गुरु का दर्जा मिल सके।
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने ये बातें शिक्षक पुरस्कार समारोह में कही । इस अवसर पर राज्यपाल ने प्रदेश के 39 शिक्षकों को शिक्षक सम्मान और कलाकार महाबीर गुडडु को हरियाणवी कला व संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए पण्डित लखमीचंद अवार्ड से भी सम्मानित किया।
समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वास्तव में अध्यापक ही राष्ट्र का निर्माता होता है। शिक्षक ही राजनेता, समाजसेवक, प्रशासक, विज्ञानवेत्ता, सैनिक, तकनीशियन आदि का निर्माण करता है। उन्होंने कहा कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्मदिवस, 5 सितम्बर को देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। वे महान शिक्षक, चिन्तक, दार्शनिक और विद्वान थे। शिक्षक दिवस राष्ट्र के नवनिर्माण में अध्यापकों की भूमिका की समीक्षा का अवसर भी प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि देश में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सर्व-शिक्षा अभियान की शुरूआत की थी। उन्हीं के इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘न्यू इंडिया’’ की परिकल्पना की और ‘‘स्किल इंडिया’’ का नारा दिया। स्कूल स्तर पर विद्यार्थियों के कौशल विकास के लिए ‘‘नैशनल वोकेशनल एज्यूकेशनल क्वॉलिफिकेशन फ्रेमवर्क’’ योजना चलाई गई है। इस योजना को लागू करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
सम्मानित शिक्षकों की सूची -
जयपाल दहिया, प्रधानाचार्य, जीएमएसएसएस सांघी, रोहतक, अश्वनी कुमार, प्रधानाचार्य, जीएसएसएस ढोलिका, महेंद्रगढ, अशोक कुमार,पीजीटी संस्कृत जीएचएस बादल, भिवानी, सुरेंद्र सिंह, पीजीटी बायोलॉजी, जीएसएसएस, जहाजपुल हिसार, सुखविंदर कौर, पीजीटी फिजिकल शिक्षा, जीएसएसएस गंगवा, हिसार, ममला राम, पीजीटी हिंदी जीएसएसएस कलीराम, कैथल, सुरेश कुमार, पीजीटी हिन्दी,जीएसएसएस बाटला, कैथल, अरविंद कुमार, पीजीटी फिजिक्स, सार्थक जीआईएमएसएस, सेक्टर -12-ए पंचकूला, राजबाला, ईएसएचएम, जीएमएस, हरसिंहपुरा, करनाल, वीरेंद्र सिंह, ईएसएचएम, जीएमएस, केमला ब्लॉक कनीना, महेंद्रगढ़, श्रीमती सुदर्शना देवी ईएसएचएम जीएमएस अभयपुर, पंचकूला, अजय सिंह ईएसएचएम,जीएमएस भटसाना, रेवाड़ी, उर्मिला देवी, टीजीटी संस्कृत, जीएमएस, ढाणी रहीमपुर, लोहारू भिवानी, पवन कुमार वत्स, टीजीटी संस्कृत, जीएचएस, रावलवास खुर्द, लौहारु, हरेंद्र सिंह, टीजीटी सामाजिक अध्ययन, जीजीएचएस, मानकवास चरखी दादरी, जगबीर सिंह, टीजीटी सामाजिक अध्ययन,जीएमएस कुंडल रेवाड़ी, जयवीर सिंह, टीजीटी हिन्दी, जीएचएस, शेखपुरा हिसार, कुलदीप सिंह, टीआरटी हिन्दी, जीएसएसएस मुरथल, सोनीपत, बिक्रम सिंह, टीजीटी मेथ, जीएचएस कटवाल, सोनीपत, राजेन्द्र शर्मा टीजीटी मेथ,जीएमएस डुमरा कैथल, सुनीता टीजीटी विज्ञान, सार्थक, जीआईएमएसएसएस, सेक्टर-12-ए, पंचकूला शामिल हैं। इन्हें 21 हजार रुपए की नकद राशि, प्रशस्ति पत्र, शाल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
इसके अलावा, ओम प्रकाश टीजीटी विज्ञान, जीएमएस कुंडल, रेवाड़ी, भूपेंद्र सिंह, टीजीटी विज्ञान, जीएसएसएस, राजगढ़, रेवाड़ी, वंदना खटकर, टीजीटी विज्ञान, जीजीएसएसएस, नाहरा, सोनीपत, ओम प्रकाश पीटीआई, सार्थक जीआईएमएसएस, सेक्टर -12 ए पंचकूला, राजकुमार, प्रमुख शिक्षक ,जीपीएस सीमला कैथल, मोहम्मद फ़ारूक़, प्रमुख शिक्षक ,जीपीएस नीमका, मेवात, उषा गुप्ता हेड टीचर जीपीएस, सूरजपुर, पंचकूला, आशा रानी, प्रमुख शिक्षक ,जीपीएस, भाकली, रेवाड़ी, दारा सिंह, पीआरटी,जीपीएस, गोविंदपुरा, चरखी दादरी, महाबीर प्रसाद, पीआरटी जीपीएस, भिरडाना, फतेहाबाद, विनोद कुमार पीआरटी, जीपीएस, नया गाँव सोहना गुरुग्राम, सुशील कुमार, पीआरटी, जीपीएस, सीढा माजरा, जींद, डॉ. कविता पीआरटी, जीजीपीएस, संघन, कैथल, प्रमिला, पीआरटी, जीपीएस, बुचावास महेंद्रगढ़, राजेश कुमार, पीआरटी, जीपीएस मदनपुर, पंचकुला, भूदत्त शर्मा, पीआरटी, जीपीएस भाकली रेवाड़ी, प्रतिभा, पीआरटी, जीजीपीएस, मॉडल टाउन, रोहतक, सुनिता छिक्कारा, पीआरटी, जीएमएस, रेवली, सोनीपत को भी शिक्षक सम्मान से नवाजा गया।